VIDEO: दिव्यांग बच्चे को क्रिकेट खेलता देख खुद की भावनाओं को नहीं रोक पाएं सचिन तेंडुलकर, दंतेवाड़ा का वीडियो की शेयर..

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दंतेवाड़ा। दिव्यांग बच्चे को क्रिकेट खेलता देख सचिन तेंडुलकर खुद की भावनाएं व्यक्त करने से नहीं रोक पाए। नए साल 2020 के शुरुआत के पहले ही दिन सचिन ने दिव्यांग बच्चे का वीडियो ट्वीट कर अपनी भावनाएं व्यक्त की। वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल भी हो रहा है। दरअसल सचिन तेंडुलकर ने दंतेवाड़ा के आदिवासी इलाके के दिव्यांग बच्चे मड्डा राम का क्रिकेट खेलता वीडियो ट्वीटर पर पोस्ट किया है। सचिन ने लिखा- ‘साल 2020 की शुरुआत इस बच्चे के क्रिकेट खेलते प्रेरणात्मक वीडियो से कीजिए, यह मेरे दिल को छू गया, आपके दिल को भी छू जाएगा।’ सचिन के इस पोस्ट के तुरंत बाद ही प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गईं।

छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा के एक दिव्यांग बच्चे ने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर को अपनी क्रिकेट का कायल बना दिया है। दिव्यांग बच्चे को क्रिकेट खेलता देख सचिन तेंडुलकर खुद की भावनाएं व्यक्त करने से नहीं रोक पाए। साल 2020 के पहले ही दिन सचिन ने दिव्यांग बच्चे का वीडियो ट्वीट कर अपनी भावनाएं व्यक्त की। वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल भी हो रहा है।

सचिन तेंडुलकर ने अपने ट्वीटर हैंडल से बीते 1 जनवरी को दोपहर करीब 1 बजे मड्डा राम का वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो को 2 जनवरी की सुबह 10 बजे तक 4 लाख 30 हजार लोगों ने देख लिया था। इसके अलावा वीडियो पर 95 हजार से लाइक व कई हजार कमेंट भी मिले हैं। कैलेंडर फोटो शूट के लिए मशहूर फोटो ग्राफर अतुल कासबेकर ने इसपर सचिन से कहा कि, चलिए इस मास्टर से मिलते हैं, तस्वीरें मैं खींच लूंगाकौन है मड्‌डा राम?

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित आदिवासी बाहुल्य जिले दंतेवाड़ा में कटेकल्याण ब्लॉक है। इसी ब्लॉक के बेंगलुर पंचायत में मड्डा राम का घर है। कक्षा 7वीं के छात्र मड्डा राम अक्सर दोस्तों के साथ स्कूल के मैदान में क्रिकेट खेलता दिख जाता है। मड्डा राम को उसके दोस्तों का भी पूरा साथ मिलता है। बीते दिसंबर महीने में उसका क्रिकेट खेलता वीडियो बनाया गया था, जो सोशल मीडिया में वायरल होते होते सचिन तेंडुलकर तक पहुंच गया। बताया जा रहा है कि पोलियो की वजह से मड्डा के पैरों का विकास नहीं हो सका। मड्‌डा के पिता डोमा राम किसान हैं। गांव में एक छोटी सी झोपड़ी में यह आदिवासी परिवार रहता है।