लोककला के पुरोधा भैय्या लाल हेड़ाऊ को दी गई श्रद्धांजली

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गरियाबंद@ परमेश्वर कुमार साहू (छुरा)। छत्तीसगढ़ कला जगत के पुरोधा राजनांदगांव गोल बाजार निवासी भैय्या लाल हेड़ाऊ का दुःखद निधन शनिवार रात्रि 9 बजे हो जाने से कला जगत को गहरा आघात हुआ है। ऐसे महान गायक, अभिनय कला के सिद्ध हस्त कलाकार के निधन को छत्तीसगढ़ के कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए सिरजन के प्रदेश अध्यक्ष दीनदयाल साहू, भिलाई और कला परम्परा के प्रांतीय सम्पादक डी पी देशमुख भिलाई ने गहरा दुख व्यक्त किया है। वे छत्तीसगढ़ी के प्रसिद्ध लोक मंच चंदैनी गोंदा में खुमान लाल साव, लक्ष्मण मस्तूरिया के साथ लोकगायक रहकर हम तोरे संगवारी हो कबीरा, धन धन रे मोर किसान, हासत मटकत फुलकत रेंगे बेल बेलहीन टुरी अउ तोर बाली हे उमरिया करौंदा बतांवव काला ओ जैसे लोकगीतों को मंचों के अलावा आकाशवाणी दूरदर्शन और आडियो वीडियो में गाकर छत्तीसगढ़ का महेंद्र कपूर के नाम से ख्याति अर्जित किया था।

बता दें कि श्री हेड़ाऊ 80 90 के दशकों में आकाशवाणी रायपुर द्वारा प्रसारित किसान भाइयों के कार्यक्रम चौपाल में केन्द्र में भी भुइया के गोठ के माध्यम से श्रोताओं एवं दर्शकों के बीच अपना विशिष्ट पहचान बनाये हुए थे। इनके अलावा छत्तीसगढ़ी फिल्म पुन्नी के चंदा और कई टेली फिल्मों भी अभिनय कर अच्छी मुकाम हासिल किये थे। श्री हेड़ाऊ पेशे से शिक्षक रहकर कला जगत को दिये योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता सिरजन और कला परम्परा के संयोजक गौकरण मानिकपुरी अध्यक्ष लाल जी सिन्हा, राजकुमार यादव, केन्द्रीय प्रतिनिधि डॉ ईश्वर तारक, सहित सभी कलाकार और साहित्यकारों ने बताया कि वर्ष 2019-20 कला जगत छत्तीसगढ़ के नुकसान भरा रहा जिसमें इसी वर्ष लक्ष्मण मस्तूरिया, खुमान लाल साव मिथलेश साहू जैसे दिग्गज कलाकारों का अवसान होना। छत्तीसगढ़ माटी के लिए काफी दुखद अवसर है। क्योंकि माटी कहीं भी देश राज्य का हो वहां की कला-संस्कृति परम्परा को कलाकार ही बचाकर रखता है।

उनके दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने वालों में यहां के कलाकार और साहित्यकार आदि है। जिसमें सेवक ठाकुर अरूण कुमार जगत, तुलसी बाई मानिकपुरी, खेमबाई निषाद, रामविशाल ध्रुव यशोमती सेन, भुवन राम, देवत्त्व, भूलू राम सेन, कुलेश्वर घृतलहरे, धनजी साहू फागू राम साहू, हिम्मत सिन्हा, सुरेन्द्र सिन्हा, चुम्मन सिन्हा चैतू राम तारक, संजना सिन्हा, यसकुमार साहू, दसरथ तारक, दौलत राम यादव, बुधारू राम यादव, पूनाबाई रमेश बंसोड़, डा यशवंत साहू, लुकेश सिन्हा भागवत सेन, गंगा बाई मानिकपुरी, खेलावन निषाद बाबूलाल साहू, लक्ष्मण सिंह ठाकुर, रेखूराम ध्रुव हीराराम ध्रुव, गोलू हेमन्त साहू, हरिश्चंद्र तारक, हिरण्य निषाद पवन साहू, साहित्यकार प्रमुख हलधर नाथ योगी, पुरूषोत्तम चक्रधारी कमलेश कौशिक, गोकूल राम साहू भुवन पटेल और संतोषपुरी गोस्वामी आदि है।