ट्रांसपोर्टर मर्डर केस का खुलासा, पड़ोस में रहने वाले पुलिस आरक्षक ही निकला ट्रांसपोर्टर का हत्यारा, कैसे और क्यों मारा, पुलिस ने किया इसका खुलासा…

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10 फरवरी 2019, भिलाई। 29 जनवरी की रात हुए ट्रांसपोर्टर सूरज सिंह हत्याकांड का खुलासा हो गया है। पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जाे पुलिस विभाग में आरक्षक है। आरक्षक अपनी पत्नी पर सूरज के साथ संबंध को लेकर शक करता था। इसीलिए आरक्षक ने सूरज को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी कर इसका खुलासा किया। जिसके मुताबिक, जांच के दौरान ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े 132 लोगों से पूछताछ की गई। ट्रांसपोर्टर सूरज सिंह के घर के आसपास रहने वाले एवं मृतक के घर कार्य करने वाले 73 महिला एवं पुरूष से पूछताछ की गई। पुलिस ने मामले में

  • अज्ञात आरोपी के द्वारा अपराध घटित करने के पश्चात भागने के मार्गो मे लगे सीसी टीवी के फुटेजों का खंगाला गया।
  • इसके अतिरिक्त इन्टिग्रटेड ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिंस्टम में शहर के कैमरों के रिकाॅडींग का भी अवलोकन किया गया।
  • जिलंे एवं आसपास के जिलों में ऐसे अपराध घटित करने वालों का चिन्हीत कर जांच प्रारंभ की गई।
  • मृतक मे मूल ग्राम लखीपुर कोली पटना बिहार भी पुलिस की एक टीम रवाना की गई एवं अज्ञात आरोपियों के बारे में सूचना देने वालों के लिए 5,000/- रू. नगद पुरस्कार की घोषणा भी की गई।
  • घटना के दिन से ही घटना स्थल पर कैम्प लगा कर पुलिस टीम के द्वारा लगातार जांच जारी रखी गई तथा प्रत्येक दिन की गई कार्यवाही की माॅनिटरींग पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडेय के द्वारा की गई।
  • जांच के दौरान मृतक सूरज सिंह के साथ उठने बैठने वाले को चिन्हीत कर उनसे पूछताछ प्रारंभ की गई।
  • जिससे यह ज्ञात हुआ की मृतक सूरज सिंह का संबंध खुर्सीपार सडक 04 में रहने वाले आरक्षक रामप्रकाश यादव से था। आरक्षक रामप्रकाश का मृतक सूरज सिंह के यहां आनाजाना बना था।
  • इस संबंध में इस बात की पुष्टिकृत सूचना प्राप्त हुई कि घटना दिनांक को आरक्षक यादव को मृतक सूरज सिंह के साथ देखा गया था।
  • उक्त आधार पर आरक्षक रामप्रकाष यादव से गहन पूछताछ की गई जिसमें दिनांक घटना को उसकी उपस्थिति सूरज सिंह के साथ देखे जाने के संबंध में प्रश्नावली के माध्यम से विभिन्न प्रष्न पूछे गए।
  • जिसमें रामप्रकाश यादव द्वारा संतोष जनक उत्तर नहीं दिया गया।
  • इसके अतिरिक्त तकनीकी टीम के द्वारा काॅल डिटेल के आधार पर उपलब्ध सक्ष्य के आधार पर भी प्रश्न पूछे गये जिसका भी संतोष जनक उत्तर नहीं दिया गया।
  • लगातार पूछताछ करने पर अन्ततः आरक्षक रामप्रकाश यादव ने बताया कि वह अपनी पत्नी पर शक करता था।
  • जिसके फलस्वरूप वह मानसिक तनाव में रहता था अतः दिनांक घटना को मृतक सूरज सिंह जब अपने घर में अकेला था।
  • तब वह जाकर लोहे के हथौड़े से मृतक के सिर भाग पर चोट पहुंचा कर हत्या कर दिया तथा घटना के पश्चात घटना में प्रयुक्त लोहे के हथौड़े एवं दोनो मोबाइल को मरोदा टैंक में फेंक दिया है।
  • घटना स्थल के निरीक्षण एवं मृतक सूरज सिंह के सिर में आई चोंटों के प्रकार सेे घटना में रामप्रकाश के अतिरिक्त अन्य लोगों के सम्मिलित रहने की संभावना को देखते हुए एक टीम राज्य के बाहर भेजी गई है।
  • आरक्षक रामप्रकाश यादव को पुलिस अभिरक्षा में लेकर घटना से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ की जा रही है।

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