सूरजपुर और दुर्ग में पुलिस कस्टडी में हुए मौत का मामला सदन में गूंजा… स्पीकर डॉ. मंहत ने दिए जांच के निर्देश..

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रायपुर 4 मार्च, 2020। पुलिस कस्टडी में हुए मौत का मामला आज विधानसभा में गूंजा। भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ये मुद्दा उठाया। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास मंहत ने जांच के निर्देश दिये है। आज सदन में पुलिस कस्टडी में हुई सूरजपुर में कृष्णा सारथी,पंकज बेग की मौत का मामला उठा, तो वहीं दुर्ग जेल में राजकुमार देवांगन की मौत के मामले में विपक्ष ने सरकार को घेरा।

  •  सदन में मंत्री ने पंकज बेग की आत्महत्या को पुलिस कस्टडी में मौत नहीं कहा, बताया गया कि पंकज बेग ने हाजत से भागकर दूसरी जगह आत्महत्या की थी, इसलिए उसे पुलिस कस्टडी में मौत नहीं कहा जा सकता। विपक्ष ने इस जवाब पर तीखा ऐतराज जताया।
  • विपक्ष का आरोप था कि इस मामले में एफआईआर दर्ज किया गया था, गिरफ्तारी भी हुई थी, लेकिन अब जेल से निकलने के बाद आरोपी धमकाने का काम कर रहे हैं। बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं।
  • वहीं कृष्णा सारथी के मुद्दे पर विपक्ष का कहना था कि दवाब में कृष्णा सारथी को बिना किसी अपराध पंजीकृत किये ही थाने लाया गया और उसकी पिटाई की गयी और बाद में उसे फांसी पर लटका दिया गया।
  • विपक्ष ने सरकार ने जानना चाहा कि इस प्रकरण में अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गयी है, वहीं परिजनों को अब तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है।
  • बृजमोहन अग्रवाल के स्वाल के बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल, शिवरतन शर्मा और सौरव सिंह ने इस मामले पर सरकार पर सवाल खड़े किये।
  • इस प्रकरण की जांच विधानसभा की कमेटी से कराने की मांग की। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा … “इस सवाल को लेकर सदस्य काफी उद्वेलित हैं, इसलिए इसकी जांच विधानसभा की समिति से करायी जायेगी”।