पहले भांजा ग्रुप में और अब अपने ही बयान में उलझे ताम्रध्वज साहू, बात निकली है तो अब दूर तलक जाएगी…

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रायपुर। सूबे के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का भांजों और राजनीतिक रिश्तेदारों से दूरी बनाकर रखने का बयान सुर्खियों में है। गृहमंत्री के कथित भांजों को लेकर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो चुकी है। राजधानी के इंडोर स्टेडियम में हजारों पार्षदों, कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में गृहमंत्री द्वारा कही गयी बात को मजबूरी में दी गयी सफाई माना जा रहा है। हाईकमान की नाराजगी से बचने के लिए ताम्रध्वज साहू ने कथित भांजों का जिक्र किया, जिनसे वे खुद घिर गए हैं। अब मंत्रीयों के 1 साल के कार्यकाल का आकलन भी होना है। हो सकता है इसलिए भी सफाई पेश की गई हो। क्योंकि कुछ का ड्राप होना और नए मंत्रियोंं की जुड़ने की पूरी संभावना है।

आपको बता दें यह वही भाँचा ग्रुप है, जो गैर कांग्रेसी हैं और कई बार मौका आने पर कांग्रेस सरकार की विभिन्न फैसले एवं योजनाओं का विरोध भी करते रहे हैं। गृहमंत्री के ये कथित भांजे एक तरफ कांग्रेस सरकार की मुगालफ़त करते रहे हैं, दूसरी तरफ गृहमंत्री के बंगले में आसानी से एंट्री कर अपना काम बड़ी आसानी से करा लेने का दावा करते रहे हैं।

अब आते हैं गृहमंत्री द्वारा हजारों कांग्रेसियों के सामने दी गयी सफाई पर। सूत्रों की माने तो गृहमंत्री के इस भाँचा ग्रुप की शिकायत कई बार हाईकमान तक भी पहुंच चुकी है। आखिर मंत्री जी को भांचा ग्रुप से पल्ला झाड़ने की क्यों नौबत आ गयी है।

करीबी सूत्र बताते हैं कि भांचा ग्रुप द्वारा लोगों से अवैध रूप से वसूली की जाती रहा है। पिछले 1 वर्षों में काम दिलाने के एवज में दर्जनों ठेकेदार से करोड़ों रुपए वसूल किए गए हैं। जो पूरे प्रदेश में घूम-घूम कर मंत्री के नाम पर पिछले 1 वर्षों से वसूली को अंजाम दे रहे हैं।

सरगुजा तक वसूली के आरोप…

चर्चा तो यह भी हैं सरगुजा के ज्यादातर ठेकेदारों को काम का प्रलोभन देकर करोड़ों रुपए ऐंठ लिए। अब इस करतूत से उनके राजनीतिक कैरियर पर कोई प्रभाव न पड़े इसको लेकर जनता को सफाई पेश करने की बात कही जा रही है। एक जानकारी तो यह भी है कि ताम्रध्वज साहू जब गृह मंत्री बने तो उनके साथ जुड़े लोग बंगले से बाहर हो गए और अनजान किस्म के लोगों की उनके बंगले पर एंट्री हो गई जिससे मंत्री जी ना तो उनके क्रियाकलाप को समझ पाए और ना भांप पाए यही वजह है कि अब गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू अपने दौरे पर कोई भी कार्यकर्ता को साथ ले जाना मुनासिब नहीं समझते हैं।

भांचा ग्रुप के लोगों की लगभग सभी पिकनिक स्पॉट की तस्वीरें होती रही वायरल

पूरे प्रदेश में झोला लेकर घूमने वाले भांजा ग्रुप लोगों की पिछले दिनों सभी पिकनिक स्पॉट्स की तस्वीरें वायरल होती रही। जिसमें भांचा गैंग के लोग पिकनिक मनाते नजर आए। कुछ लोग तो पिकनिक मंत्री के नाम से मंत्री जी को संबोधित करने लगे।

उठ रहे कई सवाल..

अब गृहमंत्री के बयान के बाद कई सवाल भी उठ रहे हैं। क्या झूठे वादों के आधार पर वसूली गयी बड़ी राशि देने वाले अपना धन वापस मांग रहे हैं? इसलिये गृहमंत्री अपने कथित भांजों से पल्ला झाड़ रहे हैं।

सवाल यह भी उठता है कि आखिर 1 साल से इन भांचा ग्रुप के लोगों को किस का सहयोग प्राप्त था? यह बातें पहले क्यों नहीं की गई।

आखिर इस क्या हुआ कि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को खुले मंच से भांचा ग्रुप का जिक्र करना पड़ा और न सिर्फ जिक्र करते हुए पल्ला झाड़ा बल्कि अपने कांग्रेस पार्षदों को नसीहत तक दे डाली?

सवाल ये भी है कि अब ऐसा क्या हो गया कि इन भांचा ग्रुप से मंत्री जी को पल्ला झाड़ना पड़ा और भांचाओं के आका को आजकल बंगले के सामने ना आकर पीछे से एंट्री करनी पड़ रही है।

क्या सत्ता का खेल बंगले के सामने ना कर पीछे से खेलने की साजिश हो रही है। पूरे छत्तीसगढ़ में आखिर कितने की उधारी और कितने की देनदारी इन भांचाओं के द्वारा की है जो अब इनसे पल्ला झाड़ा जा रहा है।