10 फरवरी 2019 जयपुर/भिलाई। राजस्थान में एक दिन में स्वाइन फ्लू के 100 मामले सामने आए हैं। आधिकारिक आंकड़ों में कहा गया है कि राज्य भर में कल 100 मामलों का पता चला है, इसमें से पिछले 48 घंटों में 9 लोगों की मौत भी हो गई है। बता दें कि इस बीमारी की वजह से राज्य भर में शुरू से लेकर अब तक 100 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीमारी के रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने मैमथ स्क्रीनिंग ड्राइव शुरू की है।
इन सबके के बावजूद भिलाई-चरोदा निगम की महापौर चंद्रकांत मांडले के साथ ज्यादातर पार्षद ट्रेनिंग में गए हैं। 8 फरवरी से जयपुर में है। अब सभी 11 फरवरी को भिलाई-चरोदा लौट रहे हैं। जबकि भिलाई निगम के मेयर और पार्षदों ने स्वाइन फ्लू के कारण जयपुर टूर कैंसिल कर दिया। लेकिन भिलाई-चरोदा निगम के पार्षद व मेयर इस टूर में चले गए। अब सवाल उठ रहा है कि ऐसे समय में ये ट्रेनिंग टूर कितना जरूरी था?
70 फीसदी मामले केवल राजस्थान में
- देशभर के स्वाइन फ्लू की तुलना में 70 प्रतिशत मामले केवल राजस्थान से है। जबकि पूरे देश में स्वाइन फ्लू के 6000 से अधिक मामले सामने आए हैं।
- इनमें से 2793 मामले राजस्थान के हैं। जबकि मारे गए 225 लोगों में से 100 राजस्थान के हैं।
- डॉक्टरों का कहना है कि लंबे दिनों तक ठंडी और सर्दी पड़ने की वजह से स्वाइन फ्लू का असर ज्यादा देखने को मिला है।
- डॉक्टरों ने कहा कि ओलावृष्टि और बारिश की वजह से इसके वायरस तेजी से बढ़ते हैं। यही कारण है कि राज्य में स्वाइन फ्लू का असर अभी तक खत्म नहीं हुआ है।
- बता दें कि पिछले साल राजस्थान में स्वाइन फ्लू के 1088 मामले दर्ज किए गए थे, जो आम सर्दी की तरह संक्रमित बूंदों से फैलता है।
- राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा, सरकार इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर स्क्रीनिंग भी किया जा रहा है।
- शर्मा ने कहा, राजस्थान की जनसंख्या लगभग 7 करोड़ है, और हमने 1 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की है। यह एक सतत प्रक्रिया है और हमने बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भी स्क्रीनिंग के उपाय किए हैं।