फिजियोथैरेपी कोर्स के लिए भटक रहे छात्र, नहीं मिल रहा एडमिशन, चिकित्सा शिक्षा विभाग की ऑनलाइन काउंसिलिंग में भारी गड़बड़ी..

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रायपुर 21 अगस्त, 2019। NEET 2019 में शामिल हुए फिजियोथैरेपी में प्रवेश के उत्सुक विद्यार्थियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल छत्तीसगढ़ में काफी देरी से फिजियोथैरेपी कोर्स के लिए ऑनलाइन काउंसिलिंग 19 अगस्त से शुरु हो गई है। लेकिन चिकित्सा शिक्षा विभाग की लापरवाही से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नियमत नीट में शामिल सभी छात्रों को फिजियोथैरेपी कोर्स के लिए एडमिशन मिलना चाहिए था। लेकिन चिकित्सा शिक्षा विभाग की उदासनीता के कारण छात्रों की काउंसिलिंग ही नहीं हो पा रहा है।

जानकारी के मुताबिक NEET की तरफ से दिल्ली से छत्तीसगढ़ शासन के पास जो छात्रों की लिस्ट आई है। उसमें 80 नंबर से न्यूनतम अंक प्राप्त वाले छात्रों का नाम ही गायब है। ऐसे में उन्हे काउंसिलिंग में शामिल नहीं जा रहा है। जबकि इस साल से NEET की काउंसिलिंग ऑनलाइन प्रकिया कर दी है। जिससे अब छात्र ये नहीं समझ पा रहे है कि अब क्या करें।

पीड़ित छात्रों के मुताबिक जब उन्होंने DME दफ्तर जाकर अधिकारियों से बात की तो उन्होंने लिस्ट में ना होने की बात कहकर रवाना कर दिया। जिससे अब छात्रों में असमंजस की स्थिती बनी हुई है। कि उनका इस कोर्स के लिए एडमिशन हो पाएगा की नहीं।    

प्रदेश कांग्रेस कमेटी चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने फिथियैरेपी कोर्स के एडमिशन के लिए नेट में प्राप्त न्यूनतम अंकों के लिए कोई क्राइटेरिया नहीं है। लेकिन DME की तरफ से अपलोड करने का ऑप्शन रखा गया है। उसमें 80 नंबर से कम अंक पाने वाले छात्रों को नहीं शामिल गया है। उन्होंने मांग की है कि जो राजपत्र में सर्कुलर जारी हुआ है। उसके तहत काउंसिलिंग की जानी चाहिए। नीट में जो छात्र- छात्राएं अपीयर हुआ है। उन्हे एडमिशन दिये जाने की मांग की है। उन्होंने ये भी कहा कि जो बच्चे एडमिशन लेने के लिए इच्छुक है। उनके लिए राज्य सरकार के चिकित्सा शिक्षा विभाग को ध्यान देना चाहिए। और नीट को चिट्ठी लिखनी चाहिए कि 80 नंबर से न्यूनतम अंक वाले छात्र हैं उनकी नई लिस्ट भेजी जाए। जिससे छात्र एडमिशन ले सके। ताकि इससे राज्य सरकार के संसाधनों का नुकसान न हो और सीटे खाली न रह जाए।

चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक को पत्र लिखा है। जिसमें फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम की ऑनलाइन काउंसिलिंग में विद्यार्थियों को आने वाली समस्या के निराकरण और  ध्यान आकर्षण के लिए निवेदन किया है।

आप भी पढ़िए डॉ राकेश गुप्ता द्वारा DME के लिए लिखा गया पत्र..

डॉ राकेश गुप्ता अध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी रायपुर

प्रति,

श्रीमान संचालक चिकित्सा शिक्षा 

पुराना डीकेएस परिसर नर्सिंग हॉस्टल रायपुर

 विषय : फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम की ऑनलाइन काउंसिलिंग में विद्यार्थियों को आने वाली समस्या के निराकरण और  ध्यान आकर्षण हेतु ,

माननीय महोदय,

नमस्कार 

छत्तीसगढ़ चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा राज्य में संचालित फिजियो थेरेपी कॉलेजों में प्रवेश के लिए 19 अगस्त से 27 अगस्त तक ऑनलाइन काउंसलिंग का विज्ञापन जारी किया गया था

NEET नीट की परीक्षा में बैठे हजारों विद्यार्थियों में से एमबीबीएस और बीडीएस और अन्य चिकित्सा सेवाओं में दाखिला लेना से बचे नीट के विद्यार्थी जिनके अंक कम हैं वह फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने हेतु इच्छुक रहते हैं लेकिन चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास 80 से कम अंक वाले ने विद्यार्थियों का डाटा उपलब्ध नहीं है इसलिए अनेक विद्यार्थी जिनके 80 से कमाए अंक आए हैं वह फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने की इच्छा रखने के बावजूद इसमें भाग लेने से वंचित हो रहे हैं और चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास इसका कोई  उपाय नहीं है

फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में इच्छुक नीट छात्रों के पालक डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन से मिलने गए थे,  लेकिन चिकित्सा शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने इन समस्याओं को संज्ञान में आने के बावजूद आवश्यक कदम उठाने से इंकार कर दिया जबकि इससे संबंधित प्रवेश के सर्कुलर में किसी प्रकार के न्यूनतम अंको का प्रावधान नहीं रखा गया है

माननीय महोदय आपसे अनुरोध है कि फिजियोथेरेपी कॉलेजों में सीटों के अतिशेष रह जाने की अवस्था में राज्य के इच्छुक विद्यार्थियों को फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश नहीं मिल पाएगा इस स्थिति को रोकने के लिए न्यूनतम अंकों की पात्रता को सर्कुलर के अनुसार रखा जाए और दिल्ली स्थित नीट कार्यालय से संपर्क कर बचे हुए अंको की सूची मंगा लेने से यह समस्या हल हो जाएगी

आप से अनुरोध है कि नीट में सम्मिलित हुए समस्त विद्यार्थियों को फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने हेतु अवसर प्रदान करेंगे और इस समस्या का समय रहते निराकरण कर दिया जाएगा।