नाना पटोले को महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष बनने पर स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने दी बधाई.. जाने कौन है नाना पटोले..

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रायपुर 01 दिसम्बर, 2019। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने नाना पटोले को महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है।

डॉ महंत ने कहा की, नाना पटोले के अनुभव का लाभ महराष्ट्र विधानसभा के सदस्यों को मिलेगा और जनता के हित में निर्णयों को तेजी से स्थान प्राप्त होगा।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विधानसभा के स्पीकर का चयन निर्विरोध हो गया है। कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर बन गए हैं। ये तब हुआ जब बीजेपी के किशन कथोरे ने अपना नाम वापस ले लिया। महाराष्ट्र की सभी राजनैतिक पार्टियों की सर्वदलीय बैठक के बाद बीजेपी ने ये फ़ैसला लिया। बीजेपी ने साफ़ किया कि हमने महाराष्ट्र की परंपरा का ध्यान रखा है और हमें इस पद को विवाद में नहीं लाना चाहिए। इसलिए हमने अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया है।

आपको बता दें कि नाना पटोले का लंबा राजनीतिक करियर रहा है और वे तेज-तर्रार नेता माने जाते हैं।

नाना पटोले कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं। हालांकि, वो पहली बार तब सुर्खियों में आए जब 2014 में बीजेपी से सांसद बने। दरअसल, दिग्गज नेता नाना पटोले 2014 के आम चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे और बीजेपी से सांसद बने थे। 2014 लोकसभा चुनाव में उन्होंने नागपुर की भंडारा गोंदिया सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी के बड़े नेता प्रफुल्ल पटेल को करीब डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से हराया और पहली बार सांसद बने।

2014 में बीजेपी से बने MP, लेकिन फिर कांग्रेस में लौट आए

साल 2018 में नाना पटोले (Nana Patole) ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। बीजेपी छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि यहां वो खुलकर अपनी बात नहीं रख पा रहे थे। नाना पटोले का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनका सवाल पूछना पसंद नहीं था। बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद कांग्रेस में आए नाना पटोले को पार्टी ने 2019 लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी के खिलाफ नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा। फिलहाल नाना पटोले सकोली से विधायक हैं।

  • नाना पटोले महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके के OBC नेता हैं
  • पहला चुनाव निर्दलीय लड़े, बीजेपी से हारे
  • फिर 1999 और 2004 में कांग्रेस के उम्मीदवार बने
  • महाराष्ट्र में कांग्रेस से विपक्ष के नेता भी रहे हैं
  • 2014 लोकसभा चुनाव से पहले BJP में शामिल
  • भंडारा गोंदिया से 2014 लोकसभा चुनाव जीते
  • 2014 में NCP के प्रफुल्ल पटेल को हराया
  • 2018 में BJP छोड़कर फिर कांग्रेस में शामिल
  • 2019 लोकसभा चुनाव: नितिन गडकरी से हारे