अभी डर जीत रहा… पर कुछ दिनों बाद डर भूख के सामने घुटने टेक देगा… पीएम के 9 मिनट के मैसेज पर त्वरित टिप्पणी…. आप भी पढ़िए…

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गुमनाम व्यक्ति का लिखा हुआ लेख

अभी डर जीत रहा… पर कुछ दिनों बाद डर भूख के सामने घुटने टेक देगा… फिर कोरोना जीत जायेगा क्योकि भारत सरकार बस घण्टी बजा रही है आने वाले मुर्दनी दिनों की 9 मिनिट की एक पिक्चर जरूर दिखा रही। जिसमें सब तरफ अंधेरा होगा और हम दिए युग में वापस लौट जाएंगे। हमारे देश के प्रधानमंत्री जी को ये मूवी सामने चलती दिख रही इसलिए वो देश वासियों को इसका अभ्यास करा रहे, वो बचपन से शाखा में जा कर अभ्यास ही तो किये है उसी को आज पूरी जनता को करा रहे।

सरकार निश्चित है कि ऐसा तो होगा ही इसलिए उन्होंने जब पूरा देश सेनेटाइजर, हैंड ग्लब्स और दवाइयों, वेंटिलेटर के लिए तरस रहा। महा दानी बनते हुए 90 लाख टन इन वस्तुओं का दान कर दिया एक दूसरे देश को। अपनी कमी छुपाने के लिए विदेशों में काम से या पढ़ाई में गए लोगों को सरकार ने पूरे देश के सामने खलनायक बनाने की कोशिश की। क्योकि की सरकार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में बाहर से आने वालों का सही स्वास्थ जांच नहीं करा पाई। सरकार ये भूल गई ये वो ही लोग है जिनके सामने हर साल भारत सरकार का वित्त मंत्री विदेशी मुद्रा कोष बढ़ाने देश मे भेजने के लिए गिड़गिड़ाता है। मोदी जी उन्ही के बल पर अमेरिका में बड़े बड़े कार्यक्रम आयोजित करते है। विदेशों में ऐसे ही लोगों के कारण विश्व में भारत को भी महाशक्ति के रूप में गिना जाता है ।

मैं आज अपने फैमिली ग्रुप में अपने रिलेटिव का मैसज पढ़ा जब सब मोदी जी की बातों का उपहास उड़ा रहे थे तो उन्होंने बड़े शान से लिखा। दिया जलाने का मतलब घर के कबाड़ को जलाना है, बात ही बात में उन्होंने शायद हमको इटली की वर्तमान स्थिति याद दिला दी। कही भारत सरकार भी उसी तैयारी में तो नहीं। कही त्रासदी इतनी बड़ी होगी कि हर घर के सामने घर के कबाड़ से….. को जलाया जायेगा।