बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार जोर शोर से चल रहा है। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिलासपुर में बड़ी रैली को संबोधित किया। बता दें कि इससे पहले भी पीएम ने जगदलपुर में रैली को संबोधित किया था। अपने भाषण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ भाषा में की। प्रधानमंत्री ने कहा कि कई साल तक मैंने बिलासपुर में काम किया है। पीएम बोले कि छत्तीसगढ़ हिंदुस्तान के धान का कटोरा है। यहां पर कबीर को मानने वाले लोग हैं, जो शांति का संदेश देते हैं।
बिलासपुर की रैली में प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए जब कांग्रेस घोषणा पत्र जारी कर रही थी, तो नामदार के लिए 150 बार ‘सर’ का प्रयोग किया गया।
PM ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सेवा करने का हमें बार-बार मौका मिला है उसका एक कारण है कि यहां की जनता और सरकार के बीच में संगठन के कार्यकर्ताओं की मजबूत कड़ी होना है। आज यहां पहले चरण का मतदान हो रहा है, लोग अधिक से अधिक मतदान करें। उन्होंने कहा कि बम-बंदूक का दम दिखाने वालों को वोट से जवाब दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री बोले कि 1952 के बाद से हर चुनाव परिवार, जाति, मेरे-तेरे के नाम पर लड़ा गया। लेकिन बीजेपी ने चुनाव के एजेंडे को बदला, हमने जाति, ऊंच-नीच को छोड़ विकास को अपना मुख्य एजेंडा बनाया। विरोधियों को समझ नहीं आ रहा है कि बीजेपी का मुकाबला कैसे करें।
PM मोदी ने कहा कि विरोधी बताएं कि क्या कारण था कि छत्तीसगढ़ जब मध्यप्रदेश का हिस्सा था तो दोनों ही बीमारू राज्य थे। अगर छत्तीसगढ़ नया बनने के बाद भी उनके पास रहता तो शायद आज जैसा बनाने में 50 साल लग जाते। उनकी राजनीति सिर्फ एक परिवार से शुरू होती है और उसी परिवार में खत्म होती है। हमारी राजनीति गरीब की झोपड़ी से शुरू होती है और उनकी जिंदगी को बदलती है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में आज पहले चरण के लिए 8 जिलों की 18 सीटों पर मतदान हो रहा है। जबकि बाकी 72 सीटों पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। प्रधानमंत्री की ये रैली बिलासपुर के साइंस कॉलेज मैदान में है।
बिलासपुर के बारे में…
छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े शहरों में से एक और राज्य की हाई प्रोफाइल सीट माने जाने वाली बिलासपुर विधानसभा सीट हमेशा से ही भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रही है। यहां से बीजेपी विधायक अमर अग्रवाल राज्य सरकार में कद्दावर मंत्री हैं और करीब चार बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं। अमर अग्रवाल के रुतबे का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस की ओर से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वालों की होड़ लगी हुई है।
क्या कहता है इतिहास…
छत्तीसगढ़ का गठन होने के बाद से ही ये सीट पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी का गढ़साबित हुई। रमन सरकार में मंत्री अमर अग्रवाल पिछले करीब 15 सालों से यहां से विधायक चुने जा रहे हैं। और उनके विजय रथ को रोकना हर बार मुश्किल ही लगता है। इस बार भी अमर अग्रवाल को कांग्रेस के ही उम्मीदवारों से टक्कर मिल सकती है। हालांकि, यह भी देखना होगा कि अजीत जोगी की पार्टी के उम्मीदवार कितना बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।