‘प्लीज मुझे माफ कर दीजिए…’, जानिए रजनीकांत ने राजनीति में एंट्री ना करने को लेकर पत्र में क्या-क्या लिखा?….

0
64

साउथ इंडियन फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौटने के बाद ट्विटर पर ऐलान किया है कि वो राजनीति में एंट्री नहीं करेंगे और ना ही कोई भी राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। रजनीकांत ने इस फैसले का ऐलान अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पत्र जारी कर किया। रजनीकांत ने पत्र में लिखा, ”मैं बहुत ही दुखी मन के साथ कह रहा हूं कि मैं राजनीति में नहीं आ सकता। मुझे ही इस बात का एहसास है कि यह घोषणा मैं कितने दुखी मन से कर रहा हूं। मैं जानता हूं कि मेरे इस फैसले से मेरे फैंस और कई लोगों को निराशा होगी, लेकिन प्लीज मुझे माफ कर दीजिए। मैं चुनावी राजनीति में उतरे बिना लोगों की सेवा करूंगा।”

रजनीकांत ने थोड़े दिन पहले इस बात का ऐलान किया था कि 31 दिसंबर को एक राजनीतिक पार्टी बनाएंगे और बिना जाति या धर्म के साथ “आध्यात्मिक धर्मनिरपेक्ष राजनीति” लाएंगे। जिसका उनके फैन्स को दशकों से इंतजार था। सुपरस्टार रजनीकांत ने वादा किया था कि वो आगामी तमिलनाडु चुनावों में हिस्सा लेंगे।
रजनीकांत ने पत्र में क्या-क्या लिखा?
रजनीकांत ने पत्र में लिखा, “मेरा तबीयत खराब होना और अस्पताल में मेरा भर्ती होना, मानों जैसे भगवान की चेतावनी थी। मेरा अभियान महामारी के बीच स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा। मैं अपने साथ काम करने के लिए सारे कर्मचारियों को धन्यवाद देता हूं।”

रजनीकांत ने पत्र में लिखा, मेरे साथ काम करने वाले लोगों ने मुझे सीधे तौर पर तो नहीं कहा लेकिन उन्होंने मुझे संकेत देकर इस बात के बारे में जरूर एहसास कराया कि मैं अपनी गंभीर स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को छोड़कर राजनीति में ना एंट्री ना करूं। मैं अपने समर्थकों को किसी भी तरह से “शिकार बनाना” नहीं चाहता हूं।
ब्लड प्रेशर हाई होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे रजनीकांत
पिछले हफ्ते ब्लड प्रेशर हाई होने के बाद रजनीकांत को हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया था। रजनीकांत को सोमवार (28 दिसंबर) को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया है। हॉस्पिटल बुलेटिन में बताया गया है कि रजनीकांत की तबीयत पहले से बेहतर है। उन्हें किसी तरह की गंभीर समस्या फिलहाल नहीं है। हालांकि डॉक्टरों ने उन्हें अभी पूरी तरह से बेड रेस्ट की सलाह दी है। साथ ही डॉक्टरों ने उन्हें किसी भी तरह का स्ट्रेस लेने से मना किया है।