ओम बिड़ला होंगे देश के नए लोकसभा अध्यक्ष.. पीएम मोदी ने रखा नाम का प्रस्ताव.. जानिए इनके बारे में..

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नई दिल्ली 18 जून, 2019। राजस्थान के कोटा-बूंदी लोकसभा से भाजपा सांसद ओम बिड़ला का 17वीं लोकसभा का स्पीकर बनना लगभग तय है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उनकी उम्मीदवारी की पुष्टि कर दी है और इस संबंध में कांग्रेस से बात करने की भी जानकारी दी है। इससे माना जा रहा है कि वो निर्विरोध लोकसभा के स्पीकर के तौर पर चुने जा सकते हैं।

ओम बिड़ला की उम्मीदवारी पर मुहर

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ओम बिड़ला के लोकसभा स्पीकर की उम्मीदवारी पर कहा है कि ‘प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, परिवहन मंत्री ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा है।’ जबकि, कई एनडीए और बाकी दलों ने उस प्रस्ताव के समर्थन में हस्ताक्षर कर दिए हैं। जोशी ने बताया है कि, ‘हमने कांग्रेस से भी बात की है, हालांकि अभी तक उन्होंने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं, लेकिन उसका विरोध नहीं करेंगे, मैं गुलाम नबी आजाद से मिल चुका हूं।’

3 बार विधायक और 2 बार सांसद ओम बिड़ला सामाजिक कार्यों में लेते हैं बढ़-चढ़कर हिस्सा

अगर राजनीतिक करियर की बात करें तो 4 दिसंबर 1962 को जन्मे ओम बिड़ला 2014 में 16 वीं लोकसभा के चुनाव में पहली बार सांसद बने। फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में वह दोबारा इसी सीट से सांसद बने। इससे पहले 2003, 2008 और 2013 में कोटा से ही विधायक बने। इस प्रकार वह कुल तीन बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं। ओम बिड़ला सामाजिक कार्यों के लिए कोटा में काफी मशहूर हैं। वह सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वे विभिन्न माध्यमों के द्वारा सामाजिक सेवा, राष्ट्र सेवा, गरीब, वृ्द्ध, ​​विकलांग और असहाय महिलाओं की सहायता करने में रुचि रखते हैं। विकलांगों को मुफ्त साइकिलें, व्हीलचेयर और कान की मशीन प्रदान की गई।

बूथ मैनेजमेंट है ओम बिड़ला की सबसे बड़ी ताकत

बिड़ला एक बार राज्य सरकार में संसदीय सचिव भी रह चुके हैं। बूथ मैनेजमेंट बिड़ला की सबसे बड़ी ताकत बताई जाती रही है। बिड़ला क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने वाले जनप्रतिनिधि रहे हैं। वो पूर्व में लंबे समय तक भाजयुमो में कार्य कर चुके हैं।

पर्यावरण से काफी लगावा है

ओम बिड़ला को बढ़ते प्रदूषण की जांच और हरियाली में कमी के लिए कोटा में लगभग एक लाख पेड़ लगाने के लिए उन्होंने एक प्रमुख “ग्रीन कोटा वन अभियान” लॉन्च किया। नेहरू युवा केंद्र के माध्यम से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की एक प्रमुख योजना तैयार करके ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाशाली युवाओं को बढ़ावा देने के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया। उन्होंने राजस्थान के बारा जिला में सहिया आदिवासी इलाके में कुपोषण और अर्ध-बेरोजगारी को हटाने के लिए मिशन का नेतृत्व किया। 2004 में बाढ़ पीड़ितों के लिए काम किया राजस्थान सरकार मे संसदीय सचिव भी रहे। इस दौरान उन्होंने गंभीर रोगों के शिकार लोगों के इलाज के लिए 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की। अगस्त 2004 में बाढ़ पीड़ितों के लिए काम किया। 2006 में तब ओम बिड़ला सुर्खियों में तब आए जब स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आजादी के स्वर नामक कार्यक्रम में 15 हजार से अधिक अधिकारियों को समानित किया। यह समारोह कोटा और बूंदी में आयोजित हुआ था।

पत्‍नी हैं डॉक्‍टर

परिवार की बात करें तो पत्नी अमिता बिड़ला पेशे से चिकित्सक हैं। पिता का नाम श्रीकृष्ण बिड़ला और माता का नाम शकुंतला देवी हैं। दो बेटे और दो बेटियां हैं। लोकसभा अध्यक्ष बनने की सूचना के बाद उनके घर में खुशी का माहौल है। ओम की पत्नी अमिता बिड़ला ने कहा कि यह गर्व की बात है और इससे परिवार में सभी लोग खुश हैं। हम इसके लिए मोदी कैबिनेट को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने ओम को इस जिम्मेदारी के लिए चुना।

10 पार्टियों ने किया ओम बिड़ला के नाम का समर्थन

अभी तक 10 एनडीए और दूसरे दलों ने ओम बिड़ला को लोकसभा का स्पीकर बनाए जाने के प्रस्ताव समर्थन कर दिया है। इनमें नेशनल पीपुल्स पार्टी, मिजो नेशनल फ्रंट, लोक जनशक्ति पार्टी, वाईआरएसपी, जेडीयू, एआईएडीएमके, अपना दल और बीजेडी जैसी पार्टियां भी शामिल हैं। इससे पहले ओडिशा की सत्ताधारी बीजू जनता दल ने ओम बिड़ला की उम्मीदवारी के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया था।

बीजेपी का विश्वास बढ़ना तय

जिस तरह से लोकसभा स्पीकर के तौर पर ओम बिड़ला के नाम का बीजेडी और वाईआरएसपी ने खुलकर समर्थन किया है, उससे बीजेपी का हौसला बढ़ना तय है। ये दोनों दल एनडीए में शामिल नहीं हैं। इसलिए माना जा सकता है कि कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों पर जिसमें मोदी सरकार को दो-तिहाई बहुमत की दरकार होगी, उसमें ये दल भी उसका साथ दे सकते हैं। वैसे इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि ओम बिड़ला के पक्ष में बढ़ते हुए समर्थन को देखकर सभी पार्टियां उनके निर्विरोध जीत का रास्ता तय कर दें। जानकारी के मुताबिक ओम बिड़ला को बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह का बेहद करीबी माना जाता है। वह बीजेपी युवा मोर्चा में भी रहे हैं और उन्होंने राजस्थान में पार्टी के पुनर्गठन का काम किया था। एनडीटीवी के मुताबिक ओम बिड़ला की पत्नी अमिता बिड़ला ने कहा है कि, ‘यह हमारे लिए बहुत खुशी और गर्व का पल है। हम कैबिनेट के आभारी हैं कि उन्होंने ओम बिड़ला को चुना।’

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