स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा- खतरा अभी टला नहीं, जंग अभी बाकी है.. इधर ओडिशा सरकार ने 30 अप्रैल तक बढ़ाया लॉकडाउन, 17 जून तक स्कूल-कॉलेज बंद..

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रायपुर 9 अप्रैल, 2020। लॉकडाउन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार को लॉकडाउन की अवधि 14 दिन और बढ़ाने का सुझाव दिया है। वहीं, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा है, कि खतरा अभी नही टला है, जंग अभी बाकी है। देश में कोरोना वायरस के जारी कहर के बीच ओडिशा सरकार ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया है। 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन खत्म होने से पहले ही ओडिशा सरकार ने कोरोना लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है और ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य बन गया है। राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 17 जून तक राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा को शुरू नहीं करने की अपील की है। बता दें कि पीएम मोदी ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का ऐलान किया है।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार को लॉक डाउन की अवधि 14 दिन और बढ़ाने का सुझाव दिया है। इस सुझाव के पीछे स्वास्थ्य विभाग की मंशा है, कि कुल 5 हफ्तों के लॉक डाउन के बाद प्रदेश कोरोना से पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगा।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है, कि प्रदेश से कोरोना का खतरा अभी नहीं टला है। यह अच्छी बात है, कि प्रदेश में जिन 10 मरीजों को कोरोना वायरस से ग्रसित पाया गया, उनमें से नौ का उपचार कर लिया गया है। बाकी 1 मरीज का भी उपचार जारी है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है, कि छत्तीसगढ़ कोरोना के खतरे से बाहर आ चुका है। कोरोना के खिलाफ बड़ी जंग अभी बाकी है।

उन्होंने कहा, कि इसे लेकर अप्रैल का अंतिम सप्ताह बेहद संवेदनशील होने वाला है, हालांकि इस स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिलों में कोरोना के लिए विशेष अस्पताल समेत अधोसंरचना में कई व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं।

मेकाहारा में 500 बिस्तर की व्यवस्था

 कोविड -19 के इलाज के लिये शासन के निर्देश पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर में 500 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने 7 अप्रैल से अम्बेडकर अस्पताल के विभागों के शिफ्टिंग की प्रक्रिया के निर्देश दिये थे, जिसके बाद हॉस्पिटल प्रबंधन युध्द स्तर पर तैयारियों में जुट गया है।