निकाय चुनाव के लिए आज से शुरु होगा नामांकन.. 6 तक भरे जाएंगे नामांकन.. 9 तक वापसी.. प्रदेश के 2840 वार्डों में चुनें जाएंगे पार्षद..

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का एलान के बाद आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 6 दिसंबर है। अगले दिन 7 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। जबकि 9 दिसंबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। 21 दिसंबर को मतदान होगा और 24 दिसंबर को मतो की काउंटिंग होगी।

बता दे कि, प्रदेश की 10 नगर निगम, 38 नगर पालिका,103 नगर पंचायत और 151 नगरीय निकायों में चुनाव होगा। प्रदेश में कुल 5406 मतदान केंद्र पर 40 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन मतदान केंद्रों पर 21 हजार मतदान कर्मी तैनात किए जाएंगे… प्रदेश में कुल 2840 वार्डों में मतदाता पार्षद चुनेंगे।

आज से छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों में पार्षद पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। सभी नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के लिए पार्षद प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर सकेंगे।

अभ्यर्थियों को शपथ पत्र में बताना होगा अपराधिक रिकार्ड

पार्षद चुनाव लड़ने के इच्छुक अभ्यर्थियों को शपथ पत्र में अपराधिक रिकार्ड बताना होगा। साथ ही चल और अचल संपत्ति का ब्यौरा भी देना होगा। बीमा पालिसी, वाहन, गहने आदि की जानकारी देनी होगी। यहीं नहीं नगर पालिका का नो-ड्यूज प्रमाण भी देना होगा। जानकारी अनुसार अपराधिक प्रकरणों का ब्यौरा लेने शुक्रवार तक पुलिस अधीक्षक या सिटी कोतवाली में किसी भी दावेदार की ओर से जानकारी लेने के लिए आवेदन नहीं लगाया गया था।

निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए 38 प्रतीक चिन्ह

नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत के पार्षद अभ्यर्थियों के लिए 38 मुक्त प्रतीक चिन्ह हैं। ऐसे अभ्यर्थी जो किसी राजनीतिक दल से नहीं है या स्वतंत्र चुनाव लड़ रहे है, इनके लिए मुक्त प्रतीक चिन्ह 38 हैं। इनमें से वे किसी भी तीन प्रतीक चिन्ह नामांकन पत्र में उल्लेखित कर सकेंगे। अभ्यर्थी अधिकत्तम दो सेट में नामांकन दाखिल कर सकेंगे।

नगद में हो रहा प्रचार, पोस्टर और वाल राइटिंग का काम

प्रचार सामाग्री से जुड़े कारोबारियों ने बताया कि ज्यादातर नेताजी ठगबाज हैं। पहले के काम का पूरा भुगतान नहीं हुआ है। इसीलिए इस बार पहले से ही तौबा कर लिए हैं। दुकानदारों ने बताया कि प्रचार संबंधी कामकाज इस बार उधार में नहीं कर नगद में करेंगे। काम होने के बाद नेताजी के पीछे भुगतान लेने के लिए घुमना पड़ता है। इसलिए इस बार पूरी सावधानी बरती जा रही है। कारोबारियों ने बताया कि प्रचार कारोबार से जुड़े लोगों का वाट्सएप ग्रूप बनाया गया है। पुराना बकाया जिनका है उसका नाम कारोबारियों को आपस में मालूम है।