नो मोर रेप्स.. साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा ने जारी किए बेटी सुरक्षा टिप्स.. अब भारत की हर बेटी तक ये टिप्स पहुँचाना आपकी ज़िम्मेदारी.. अब न निर्भया न प्रियंका, मोबाइल बनेगा हर महिला का सुरक्षा कवच..

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साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट मोनाली गुहा

1 दिसंबर 2019 रायपुर। आज के समय मे हर कोई मोबाइल इतेमाल करता है , ऐसे में यही मोबाइल आपके लिए आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षा कवच का काम भी कर सकता है , बशर्ते आपने उसके सुरक्षा फीचर्स को समझ कर उन्हें एक्टिव कर रखा हो ।

आइये जाने कैसे आपका मोबाइल बनेगा आपका सुरक्षा कवच

  1. गूगल लोकेशन – जब भी आप कहीं अकेले ट्रेवल करें तो अपने फोन पर गूगल मैप सर्च करें । उसमे जाकर लेफ्ट टॉप पर तीन बार का सिंबल दिखेगा उस पर क्लिक करें । वहां 7वें नम्बर लोकेशन शेयरिंग पर क्लिक करें इसके बाद कितने समय के लिए आप अपनी लोकेशन शेयर करना चाहते हैं सेलेक्ट करें , फिर अपने कॉन्टेक्ट्स या किसी एप्प जैसे व्हाट्सएप्प ,मैसेंजर आदि के ज़रिए किसी व्यक्ति या ग्रुप में शेयर कर सकते हैं । इमरजेंसी में इस लोकेशन लिंक को शेयर करने के बाद – हेल्प , इमरजेंसी ,आदि शब्द लिखकर आप सामने वाले व्यक्ति को मदद के लिए आगाह कर सकते हैं । इसमें एक और ऑप्शन पेट्रोल का भी आता है जिसके द्वारा आप अपने आसपास मौजूद पेट्रोल पंप भी ढूंढ सकते हैं ।

2 स्पीड डायल /फेवरेट कॉन्टैक्ट – अपने परिवार एवम ऐसे लोगों का नम्बर जो हमेशा आपकी मदद के लिए उपस्थित हो सकें उनके कॉन्टैक्ट को स्पीड डायल या फेवरेट कॉन्टैक्ट में सेव करके रखें । इससे आप जैसे ही कॉन्टैक्ट लिस्ट में जाएंगे सबसे पहले आपको इन्ही का कॉन्टैक्ट मिलेगा ,और इमरजेंसी में इन्हें ढूंढ़ने में समय व्यर्थ नहीं होगा ।

  1. डायल 112 – एक्के नंबर सब्बो बार , यानी किसी भी समस्या में आप इस नंबर पर कॉल करके मदद मांग सकते हैं , चाहे वो पुलिस की हो ,एम्ब्युलेंस या फिर फायर । अगर आप चाहें तो डायल 112 एप्प भी इंस्टाल कर सकते हैं । अत्यंत आपातकालीन परिस्थिति में सॉस बटन दबाएं ,इससे तत्काल आपकी ज़रूरी जानकारी मदद के लिए पहुंचा दी जाएगी जिसमें आपकी लोकेशन ,आसपास की आवाज़ें या वीडियो औऱ पिक्चर भी । ताकि परिस्थिति को भांप कर समय रहते आप तक सही मदद पहुंच पाए । ध्यान रहे सॉस बटन आपातकालीन परिस्थिति में ही दबाएँ ।
  2. पर्सनल अलार्म

अक्सर महिलाओं को मुसीबत के समय कोई सुन नहीं पाता ,या सुनसान इलाके अथवा मुँह बंद कर देने से वह चिल्ला नहीं पातीं और मदद उन तक नहीं पहुंच पाती । इससे बचने के लिए यह ऐप आपके लिए आवाज़ का काम करेगा ,इसकी एक बटन दबाने पर इसमें तेज आवाज का अलार्म बजने लगता है, जिसे सुनकर आपकी मदद के लिए कोई आ सकता है।

  1. सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल – अगर इंटरनेट काम कर रहा हो तो तुरंत फेसबुक आदि सोशल मीडिया पर लाइव आएं । जितनी जल्दी हो सके मदद की पुकार ,अपनी लोकेशन , आस पास की लोकेशन वीडियो में रिकॉर्ड करके पोस्ट करें ,ध्यान रहे सोशल मीडिया में चीजें सबसे तेज़ वायरल होतीं हैं जब एक वक्त पर कई लोग आपका वीडियो देखेंगे तो कोई न कोई ज़रूर आपकी मदद के लिए पहुचं सकता है या फिर पुलिस अथवा नज़दीकी मदद पहुंचा सकता है , ध्यान रहे किसी तरह का संकोच न करें , फिर चाहे कोई व्यक्ति आपकी मदद के लिए ही क्यूँ न आपके पास आया हो अगर उसके इरादे ठीक न लगें तो तुरंत लाइव पर उसका चेहरा शो करें ताकि अगर नेक इरादे न हों तो इरादे पस्त हो जाएं ।
  2. सेलफोन स्टन गन – यह बिल्कुल मोबाइल फोन की तरह दिखने वाली करंट प्रोड्यूसिंग डिवाइस है ,इससे निकलने वाले तेज करंट से सामने वाले तो कुछ देर के लिए दर्द होगा और आपको आसानी से बच निकलने का मौका मिल पाएगा ।
  3. एंटीरेप अलार्म हैंड बेल्ट – 120 डेसिबल तक का तेज़ साउंड प्रोड्यूस कर पाने में सक्षम ऐसे अलार्म बेल्ट हमेशा कलाई में पहन कर चलें , ये आप इंटरनेट पर सर्च कर अलग अलग फीचर्स वाले बेल्ट पर्चेस कर सकते हैं । यह एक डीजे के बराबर का साउंड प्रोड्यूस करता है । फिज़िकल सिक्योरिटी टिप्स
  4. पेपर स्प्रे ,कैट की-चेन, या परफ्यूम को आप आपातकाल में हमलावर की आंखों पर डालें इससे वहां से आप बचकर निकल सकती हैं ।कैट की चेन को उंगलियों में फंसकर हमलावर की आंखें एवम चेहरे पर बेदर्दी से वार करें ।
  5. कोई हथियार पास न होने पर अपने दोनों हाथों के अंगूठे हमलावर की आंखों में गड़ाएं , नाक पर जोरदार वार करें ,जांघों के बीच घुटने से मार कर खुद से दूर धकेल कर भागें , सम्भव हो तो आस पास की धूल आँखों पर उछालें ।

3.दांत से हमलावर को बुरी तरह चबाएं , ध्यान रहे इस वक़्त वो भी आप पर वार कर सकता है ,ये तब ही करें जब वह कमज़ोर हो चुका हो या बच के निकलने का आसन मौका हो ।

  1. अगर डुपट्टा हो तो हमलावर के गले मे 2 3 राउंड लपेट के पूरी ताकत से झटके से खीचें ,एवम मौका देख कर भागें । सेफ्टी पिन आंखों में चुभाएँ ।
  2. आपातकाल कह कर नहीं आता , तैयारी पूरी रखें ,डरने की जगह लड़ने को तत्पर रहें एवम सेल्फ डिफेंस ज़रूर सीखें ।