वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भिलाई के 50 से ज्यादा उद्यमी सामने आए, आयुक्त के सामने निर्यात कर और प्रापर्टी टैक्स का विषय भी उद्योगपतियों ने रखा, उद्योगों को लेकर हुई ये चर्चा…

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08 जून 2019, भिलाई। नगर निगम आयुक्त एसके सुंदरानी की पहल पर वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भिलाई के 50 से ज्यादा उद्यमी सामने आए हैं। बीएसपी एंसीलरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की शनिवार 8 जून को वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर आपात बैठक हुई। बैठक में उद्योगपतियों ने निर्यात कर और प्रापर्टी टैक्स का मुद्दा आयुक्त सुंदरानी के समक्ष रखा। सुंदरानी ने बारिश के पानी को किस तरह सुरक्षित जमा करके रखा जाए उसे लेकर उद्योगपतियों को कई टिप्स दिए। साथ ही निर्यात कर और प्रापर्टी टैक्स पर सकारात्मक आश्वासन दिया। उनकी बातों से प्रभावित होकर एसोसिएशन के संरक्षक के के झा ने 50 अन्य उद्योगपतियों सहित अपने उद्योगों एवं घरों पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का संकल्प लिया। बैठक में निगम के नोडल अधिकारी मधुर चितलांग्या एवं निगम अधिकारी अजय शुक्ला ने प्रोजेक्टर के माध्यम से वाटर हार्वेस्टिंग के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

सर्वप्रथम एसो के संरक्षक के के झा एवं अध्यक्ष अरविन्दर सिंह खुराना ने आयुक्त सुंदरानी का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। स्वागत पश्चात संरक्षक के. के. झा ने कहा कि सुंदरानी पॉजिटिव सोच के व्यक्ति हैं। विकट परिस्थितियों में भी वे सहज तरीके से कठिन से कठिन कार्यों को कर जाते हैं। के. के. झा ने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में आयुक्त की पहल का वे लोग स्वागत करते हैं। वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर सारे उद्योगपति उनके साथ हैं। यह कार्य आने वाली पीढ़ी के लिए वरदान साबित होगा। इसके साथ ही झा ने आयुक्त के समक्ष निर्यात कर और प्रॉपर्टी टैक्स का मुद्दा रखा।

आयुक्त सुंदरानी ने वाटर हार्वेस्टिंग को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हर वर्ष मई-जून में पानी को लेकर त्राहि-त्राहि मचती है। लोग जागरूक होते हैं लेकिन जैसे ही बारिश होती है लोग इस मुद्दे को भूल जाते हैं। बारिश के पानी को सबसे शुद्ध बताते हुए सुंदरानी ने कहा कि इस पानी को सहेजने का प्रयास करें। अपने उद्योगों और घरों पर भूतल में कुंड बनाकर बारिश के पानी को इकट्ठा करना शुरू करें। सुंदरानी ने कुंड बनाने की तकनीक भी बताई। उन्होंने कहा कि यदि इस दिशा में कोई उद्योगपति काम करना चाहता है तो वे उनके साथ हैं। उनका प्रयास है कि बारिश का पानी नालों में व्यर्थ बहने ना पाए। इस दिशा में निगम प्रशासन जल्द ही एक कदम उठा रहा है जिसके तहत घरों का, स्कूल का, बाजारों का, वार्ड का पानी वही संरक्षित रखा जाएगा। लोगों को जल सरंक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

निर्यात कर के संबंध में सुंदरानी ने कहा कि यह पॉलिसी मैटर है। अभी तक 25 लाख टर्न ओवर तक ही निर्यात कर में छूट मिलती थी लेकिन उनका प्रयास होगा कि यह छूट एक करोड़ रुपए टर्नओवर तक मिले। वे चाहते हैं कि रेवन्यू के साथ साथ व्यापार भी बढ़े। प्रॉपर्टी टैक्स के बारे में उन्होंने कहा कि इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। 2 वर्ष पूर्व जो 50% बढ़ोतरी की गई थी वह वापस ले ली गई है।

बैठक में कुछ उद्यमियों ने आयुक्त को बताया कि इस क्षेत्र में हर जगह भूतल का पानी केमिकल युक्त हो गया है। इसके जवाब में सुंदरानी का कहना था कि बारिश का पानी अधिक से अधिक भूतल में डालें। इससे केमिकलयुक्त पानी धीरे-धीरे डायलूट होगा। इसमें काफी वक्त लगेगा लेकिन इसके सिवाय कोई और उपाय नहीं है।

बैठक में उद्योगपति चमनलाल बंसल, व्यास शुक्ला, विजय अग्रवाल, राम कुमार बंसल, देशराज यादव, ईएस राजीव, अनिल शुक्ला, रविशंकर मिश्रा, राजेश खंडेलवाल, जेके जैन, शशि भूषण, सुरेश बोपचे, रामास्वामी, अभिजीत शुक्ला, जितेंद्र प्रसाद गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।

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