ये क्या, सीएम भूपेश दे रहे थे भाषण और उनकी सभा में भाजपाई घूसकर लगाने लगे मोदी शेर के नारे, तब भूपेश ने भी कह दिया- चौकीदार चोर है…

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13 अप्रैल, 2019 जशपुर। कांसाबेल में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सभा में जमकर बवाल देखना को मिला। एक तरफ भाजयुमों के पदाधिकारी मोदी शेर के नारे लगाने लगे तो सीएम भूपेश बघेल भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने मंच से ही चौकीदार चोर के नारे लगाने लगे। भूपेश बघेल ने जब नारे लगाने शुरु किये तो भाजयुमो चुक हो गए। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आज जिले के कांसाबेल में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के दौरान सभा में मोदी मोदी के नारों को सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सभा में भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने मोदी मोदी के नारे लगा दिए। जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से चौकीदार चोर है का नारा लगाया।

एक चुनावी सभा के दौरान सीएम भूपेश बघेल संबोधन शुरु करने वाले थे। भाजयुमो कार्यकर्ता मंच के समीप पहुंच गए और मोदी ज़िंदाबाद के नारे लगाने लगे। पुलिस कर्मियों ने रोका तो मंच से सीएम भूपेश बघेल ने कहा “उन्हे आने दो.. हम गांव के रहने वाले हैं.. कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं.. गुंडागर्दी से डरने वाले नहीं है”।

भाजपा कार्यकर्ता नारे लगाते रहे और इसी के जवाब में मंच से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चौकीदार चोर है का नारा लगाना शुरु कर दिया। यह प्रदर्शन कुछ मिनटों तक जारी रहा बाद में पुलिस जवानों ने युवाओं को बाहर किया।

मुख्यमंत्री बघेल के सादगी की पूरे प्रदेश में जमकर सराहना हो रही है। ऐसे में अब राजनीतिक गलियारे में पूर्व सीएम रमन और मुख्यमंत्री भूपेश के कार्यकाल की तुलना हो रही है। हालांकि इसे जशपुर जिला प्रशासन के सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूक भी बता रहे है। जिस प्रकार सभा में भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामा किया गया उस पर कोई भी कार्यवाही न करने की बात मुख्यमंत्री के सादगीपन को झलकाता है। जो घटना के बाद से राज्य भर में चर्चा में बना हुआ है।

चर्चा में ये भी है कि एक वो दौर था जब उस समय के मुख्यमंत्री के विरोध की खबर लगते ही विरोध का योजना बना रहे लोगों को जेल का रास्ता दिखाया जाता था और एक ये दौर है जब यहां सभा स्थल में विरोध करने पहुंचे वालों को चर्चा के लिए मंच तक आमंत्रित किया जा रहा है। ये दोनों घटना क्रम पर लोग यह कहने लगे हैं की रमन के कार्यकाल में गुंडाराज दिखा जबकि भूपेश के कार्यकाल में घटित घटना उनके सादगीपन और लोकतंत्रवाद को दर्शाता है।

कांसाबेल में हुवे घटना पर सामाजिक कार्यकर्ता व कांसाबेल जनपद पंचायत के सभापति हंसराज अग्रवाल ने भी कड़ी निंदा करते हुए भूपेश बघेल की जमकर सराहना की है वहीँ रमन के कार्यकाल में किये गए विरोध पर प्रकाश डालते हुवे उनके कार्यकाल की कठोर शब्दों में निंदा किया है। हंसराज अग्रवाल ने भाजपा के कार्यकर्ताओं का सभा स्थल में विरोध के लिए पहुंचने की घटना पर जिला प्रशासन की सबसे बड़ी चूक बताया है।

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