केएच इंटरनेशनल स्कूल में मास्टर शेफ कॉम्पटीशन, शेफ बनीं मदर्स ने लिया चैलेंज, बिना ऑयल व आग के बनाए बेहतरीन डिश..

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भिलाई नगर। केएच इंटरनेशनल स्कूल, जामुल में शनिवार 18 जनवरी को मास्टर शेफ कॉम्पटीशन का आयोजन किया गया। स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की मदर्स ने इस कॉम्पटीशन में भाग लिया। कॉम्पटीशन की विशेषता यह थी कि इसमें घर से बना कर कोई चीज नहीं लानी थी। साथ ही जो भी डिशेस बननी थी उसमें किसी प्रकार के आईल और आग का उपयोग नहीं करना था।
कॉम्पटीशन के लिए पूरी तरह से तैयार मदर्स ने जब क्राउन पहनकर अपने बच्चों के साथ डिशेस बनाने की शुरुआत की तो ऐसा लगा जैसे हम किसी फाइव स्टार होटल के किचन में आ गए हैं। इस कॉम्पटीशन को मदर्स ने पूरी गंभीरता से लिया और कुछ ही देर में एक से बढ़कर एक डिशेस तैयार कर प्लेट सजावट के साथ रख दिया। अब आई बारी टेस्ट की तो स्कूल की प्रिंसिपल मैडम विभा झा, डायरेक्टर निश्चय झा एवं सृष्टि झा ने प्रोफेशनल सेफ के अंदाज में एक एक डिश का स्वाद लेना शुरू किया। और जब रिजल्ट बताने का समय आया तो सभी की धड़कनें तेज हो गई। डिशेस को कई कैटेगरी में रखकर परिणाम घोषित किए गए। बाजी मारी पावनी की मदर लता सचदेव ने। मास्टर शेफ का खिताब उन्हें मिला। रनर अप रहीं प्रियांशी की मदर शिवानी दिवेदी। सभी विजेता मदर्स को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।

स्टूडेंट को साफ सुथरा एवं हेल्दी ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर मिले इसके लिए उनकी मदर्स कितनी अलर्ट हैं इसे परखने स्कूल मैनेजमेंट ने इस कॉम्पटीशन का आयोजन किया। आशा के विपरीत स्टूडेंट्स की मदर्स ने जिस हौसले और उत्साह के साथ इस कॉम्पटीशन में भाग लिया वह प्रशंसनीय था। जब मदर्स ने अपनी अपनी टेबल पर डिशेस बनाने की शुरुआत की तो यह स्पष्ट हो गया कि यह कॉम्पटीशन बहुत ऊंचे स्तर का हो गया है। मदर्स एक दूसरे को देख कर भी समझ गई कि कॉम्पटीशन काफी चैलेजिंग होने वाला है। डिशेस बनाने के बाद मदर्स ने जिस तरह अपनी प्लेट सजाई उसे देखकर टीवी पर आने वाले विश्व स्तरीय मास्टर शविमोचन्
पटीशन की याद आ गई।

प्रिंसिपल मैडम विभा झा, डायरेक्टर निश्चय झा एवं सृष्टि झा इस दौरान मदर्स द्वारा बनाई जा रही डिशेस का निरीक्षण करते रहे। मदर्स ने अपने बच्चों को भी बताया तथा सिखाया कि कैसे बिना ऑयल और आग के हम हेल्दी ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर बना सकते हैं। अपनी मदर्स को डिसिस बनाता देख बच्चे भी खुशी से झूमते रहे। उन्हें इस बात की खुशी थी कि यह डिशेस उन्हें ही खाने मिलेगी। परिणाम की घोषणा से पहले प्रिंसिपल मेडम विभा झा ने सभी मदर्स को संबोधित करते हुए कहा कि सभी एक्सीलेंट हैं। हमारे लिए रिजल्ट देना काफी मुश्किल भरा है। सभी मदर्स ने एक से बढ़कर एक डिशेस बनाई है और उन्होंने जिस तरह से प्लेटिंग की है वह देखने लायक है। फिलहाल परिणाम के लिए हमने कई तरह के रूल्स बनाए हैं, उस रूल्स के आधार पर ही डिशेस को पॉइंट दिए जाएंगे।

डायरेक्टर निश्चय झा ने कहा कि जितना सोचा था उससे बेहतर कॉम्पटीशन हुआ। हम प्रयास करेंगे कि आने वाले वर्षों में और इससे बेस्ट कर सकें। आज के कॉम्पटीशन ने यह साबित कर दिया कि स्टूडेंट्स के पेरेंट्स कितने क्रिएटिव हैं खासकर मदर्स, जिन पर अपने परिवार के हेल्थ की जिम्मेदारी होती है। आज उन्होंने साबित कर दिया कि वे अपने परिवार के प्रति कितनी गंभीर है। इस अवसर पर कई मदर्स ने भी अपने विचार रखे। सभी मदर्स का कहना था कि आज के कॉम्पटीशन में भाग लेकर उन्हें बहुत अच्छा लगा। अभी तक वे इस तरह का कार्यक्रम टीवी पर ही देखा करती थी लेकिन आज जब उन्हें यह मौका मिला उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। इसके लिए सभी मदर्स ने स्कूल प्रबंधन को बधाई दी। कुछ मदर्स ने स्वीकारा कि घर पर तो हर कोई कुछ न कुछ बना ही लेता है लेकिन आज जिस तरह उन्हें क्राउन पहनने का मौका मिला, यह प्राउड का विषय है। स्कूल प्रबंधन ने हमें यहां बुलाकर और यह मौका देखकर हमारा रिस्पेक्ट किया है, हम उनके आभारी हैं।

परिणाम इस प्रकार रहे

मास्टर शेफ – लता सचदेव
रनर अप – शिवानी दिवेदी
स्वच्छ भारत – दिव्या तोमर
चिल्ड्रेन्स च्वाइस – रूपाली सिंग
इव्हरी थिंग आर्गेनिक – जे. प्रतिमा
हेल्दी वेल्दी – नीलम सिंग
वेल डेकोरेटेड – सरिता ओझा

प्रॉस्पेक्टस का विमोचन

इस अवसर पर प्रिंसिपल मैडम विभा झा ने नए शैक्षणिक सत्र के एडमिशन के लिए बनाए गए प्रॉस्पेक्टस का शुभारंभ किया। उन्होंने पेरेंट्स से अनुरोध किया कि वे इस स्कूल के बारे में अपने अनुभव अपने मित्रों, रिश्तेदारों सहित सभी को बताए। जामुल क्षेत्र में एक ऐसे इंग्लिश मीडियम स्कूल की शुरुआत हुई है जो बच्चों की शिक्षा को लेकर काफी गंभीर है।

मदर्स के लिए स्पोकन इंग्लिश की क्लास

इस अवसर पर स्कूल मैनेजमेंट ने यह निर्णय लिया है कि समर वेकेशन में स्टूडेंट्स की सभी मदर्स के लिए नि:शुल्क इंग्लिश स्पोकन क्लास की शुरुआत की जाएगी ताकि वे इंग्लिश सीख सकें। इससे उन्हें अपने बच्चों को पढ़ाने में आसानी होगी। स्कूल मैनेजमेंट के इस निर्णय पर मदर्स ने खुशियां जताई तथा क्लासेस में जरूर आने का वादा किया।