कांग्रेस की दो जिला पंचायत सदस्य के बीच तीखी बहस.. एक ने दूसरे सदस्य पर लगाए चारित्रिक लांछन तो दूसरे ने की थाने में शिकायत.. अब हाईकमान से होगी शिकायत..

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मुंगेली 21 मई, 2020। जिला पंचायत सदस्य अंबालिका साहू और जागेश्वरी वर्मा का विवाद अब नया मोड़ लेता नजर आ रहा है । मुंगेली जिला पंचायत में गला काट प्रतिस्पर्धा अब थाने की चौखट तक पहुंच गई है पंचायत चुनाव के बाद अभी तक सभापति का चयन नहीं किया गया है और सभापति की दौड़ में जिला पंचायत सदस्य अंबालिका साहू और जागेश्वरी वर्मा भी है। पहले भी बिल्हा विधानसभा के लिए दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा रही है, लिहाजा दोनों के बीच रिश्ते हमेशा तल्ख ही रहे हैं। अंबालिका साहू का आरोप है कि इससे पहले भी जागेश्वरी वर्मा और उनके पति घनश्याम वर्मा उनके खिलाफ हमेशा सार्वजनिक स्थानों पर अनर्गल बातें करते रहे हैं।

मुंगेली जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी चंद्राकर के चुनाव के बाद उम्मीद की जा रही थी कि सभापति का चुनाव भी जल्द किया जाएगा लेकिन मौजूदा परिस्थितियों के कारण यह टलता चला गया। अंबालिका साहू और जागेश्वरी वर्मा दोनों की निगाह सभापति की कुर्सी पर होने से दोनों के बीच स्वाभाविक प्रतिस्पर्धा भी है। अंबालिका साहू का आरोप है कि जोगेश्वरी वर्मा और उनके पति घनश्याम वर्मा शुरू से ही उनसे खुन्नस रखते हैं लिहाजा उनके द्वारा किसी ना किसी बहाने उनसे विवाद किया जाता है। जागेश्वरी वर्मा का रिश्ता वैसे भी विवादों से गहरा रहा है। आरोप है कि बुधवार को मुंगेली जिला पंचायत कार्यालय में उपाध्यक्ष संजीव बनर्जी और अन्य सदस्यों के समक्ष जागेश्वरी वर्मा और उनके पति घनश्याम वर्मा ने अंबालिका साहू से एक बार फिर विवाद करना शुरू कर दिया। अंबालिका साहू का आरोप है कि उन दोनों ने विवाद के दौरान उन पर चारित्रिक लांछन लगाते हुए घोर आपत्तिजनक अपशब्द कहे। अब इस मामले में वे हाईकमान से शिकायत करने जा रही है।

जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के चेंबर में अपमानित होने के बाद अंबालिका साहू कोतवाली थाने पहुंची लेकिन उनकी शिकायत दर्ज करने की बजाय उन्हें यहां से चलता कर दिया गया। अंबालिका साहू के अनुसार उनसे पहले ही जागेश्वरी वर्मा के पति घनश्याम वर्मा थाने पहुंच गए थे लिहाजा पुलिस उनके प्रभाव में नजर आई। जाहिर है पुलिस भी राजनीतिक दबाव में रहती है और ऐसे विवादों में पुलिस भी पड़ना नहीं चाहती। सिटी कोतवाली पुलिस ने दावा किया की मामला जरहागांव थाना क्षेत्र का है और इस मामले को पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य बताते हुए अंबालिका साहू को कोर्ट जाने की सलाह दी गई। इधर जागेश्वरी वर्मा और उसके पति के व्यवहार से आहत अंबालिका साहू ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी हाल में दोनों पति-पत्नी को सबक सिखा कर रहेंगी, चाहे इसके लिए उन्हें अदालत का दरवाजा ही क्यों ना खटखटाना पड़े। अंबालिका साहू ने कोर्ट जाने का विकल्प भी खुला रखा है। जाहिर है जिला पंचायत मुंगेली में आने वाले दिनों में भी घमासान होना है। 2 सदस्यों के बीच पुरानी रंजिश अब थाने की चौखट से गुजर कर अदालत तक पहुंचती नजर आ रही है। इससे दोनों के ही समर्थक दो फाड़ होते नजर आ रहे हैं। आने वाले दिनों में इसका मुंगेली जिला पंचायत पर क्या प्रभाव पड़ता है, यह देखना दिलचस्प होगा।