19 अगस्त 2019, अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ (कोरिया जिला) में पति ने पैसे के लिए अपनी गर्भवती पत्नी की बेल्ट से पिटाई के बाद तीन बार तलाक कह दिया। तीन तलाक पर मोदी सरकार द्वारा नया कानून बनाये जाने के बाद प्रदेश में पहली बार तीन तलाक का मामला सामने आया है। इसके बाद देवर, ननद, सास व ससुर ने भी उसके साथ मारपीट की। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने सभी के खिलाफ मारपीट और ‘द मुस्लिम वूमेन प्रोटेक्शन आफ राइट्स आन मैरिज सेकेंड आडिनेेंस 2019″ की धारा 4 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। मामले में आरोपित पति को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल दाखिल करा दिया गया है।
सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक केसी अग्रवाल ने बताया कि उत्तरप्रदेश के मऊ निवासी उज्जमा परवीन 25 वर्ष का विवाह मनेंद्रगढ़ के चैनपुर निवासी दिलसाद अख्तर से वर्ष 2013 में सामाजिक रीति-रिवाज से हुई थी। दोनों के चार बच्चे हैं। पीड़िता अभी पांच माह की गर्भ से है।
पुलिस को दिए बयान में पीड़िता बताया है कि 15 अगस्त की सुबह 10 बजे उसके पति दिलसाद अख्तर ने रुपयों की मांग की। इसपर उसने ब्याज में रुपये देने वाली महिला के पास से रुपये लाकर देने का आश्वासन दिया।
पत्नी के जवाब से असंतुष्ट पति ने बेल्ट से उसकी पिटाई शुरू कर दी। शिकायत के मुताबिक आरोपित पति ने बोला कि तुम जैसी महिला को मुझे पत्नी बनाकर नहीं रखना है। पीड़िता का आरोप है कि घटना के वक्त देवर रमीज, ननद अफसाना, सास सकिला व ससुर नदीम भी वहां पहुंच गए। इन लोगों के ही कहने पर दिलसाद ने पीड़ितों को तीन बार तलाक बोल दिया।
दो दिन बाद दर्ज कराई रिपोर्ट
पीड़िता के मुताबिक तलाक दिए जाने के बाद वह जान बचाकर ससुराल से भाग गई। माता-पिता को फोन कर घटना की जानकारी दी, तब मऊ उत्तरप्रदेश से मां हुसना परवीन और भाई अबु सहमा 17 अगस्त को उसके पास आए। परिजनों से चर्चा के बाद वह बच्चों को पति को सौंपना चाहती थी, लेकिन सुसुराल वालों ने बच्चों को रखने से मना कर दिया।