जरुरी खबर: छत्तीसगढ़ में कोरोना संदिग्धों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें.. रैपिड टेस्ट किट सप्लाई करने वाली कंपनी ने किये हाथ खड़े.. टेंडर भी निरस्त..

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रायपुर 13 अप्रैल, 2020। छत्तीसगढ़ के लिए एक बुरी खबर है। और बेहद जरुरी खबर है। दरअसल कोरोना संक्रमण की जांच के लिए राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 75 हजार रैपिड किट की खरीदी के लिए जारी की ​गई निविदा को तकनीकी कारणों से निरस्त कर दिया गया है। निविदा निरस्त करने के पीछे ​निविदाकार द्वारा 75 हजार रैपिड किट सप्लाई करने से मना करने को बताया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के अब तक 31 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें से 10 मरीजों को रायपुर एम्स में उपचार के बाद डिचार्ज किया जा चुका है। कोरोना पॉजिटिव 21 मरीजों को अब भी एम्स में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। ऐसे में अगर छत्तीसगढ़ में हालत और खराब होते है तो कोरोना वायरस के संक्रमण के जांच के लिए निश्चित तौर पर अधिक किट की आवश्यकता होगी। जिसे कम समय में उपलब्ध कराना मुश्किल होगा।

75000 रैपिड किट की होनी थी सप्लाई

बता दें कि इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट को स्वीकृति मिलते ही सरकार ने 75,000 रैपिड किट की खरीदी को मंजूरी निविदा जारी की थी, टेंडर की तमाम कागजी प्रक्रिया दो दिनों में पूरी करते हुए छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) ने शार्ट टर्म निविदा जारी भी कर दी। महज कुछ ही दिनों में इस किट की सप्लाई भी होनी थी। मगर निविदाकार द्वारा सप्लाई पूरी करने में हाथ खड़े कर देने से पूरा मामला लटक गया है।

दोबारा टेंडर में लगेंगे 10 दिन

बता दें कि कोरोना संक्रमण की जांच के लिए रैपिड किट की खरीदी के लिए दोबारा टेंडर की तमाम कागजी प्रक्रिया में 10 दिन का वक्त लग सकता है। इसके लिए 10 लोगों की कमेटी बनाई गई है। फिलहाल आगामी 10 दिनों तक छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रैपिड जांच के लिए यहां के लोगों को इंतजार करना पड़ेगा।