2 दिसंबर 2019 नई दिल्ली। हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में राज्यसभा में चर्चा के दौरान जया बच्चन ने इस घटना की कड़ी निंदा की। जया बच्चन ने कहा कि सभापति महोदय मुझे नहीं पता कि छात्रों ने कितनी बार इस तरह के अत्याचार को लेकर बात की है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह ऐसा समय है, चाहे वह निर्भया का मामला हो या फिर कठुआ की घटना हो, या जो भी कुछ भी हैदराबाद में हुआ। मुझे लगता है कि लोग चाहते हैं कि सरकार इस बारे में सही तरीके से व सटीक तरीके से जवाब दे। जो कुछ भी हुआ उसे किस तरह से निपटा गया किया गया। किस तरह से इन लोगों के मामले में कानून करेगा।
जया बच्चन ने कहा कि हैदराबाद में जो जिस स्थान पर यह घटना हुई उसके एक दिन पहले भी उसी जगह भी इस तरह की वारदात हुई थी। क्या वहां के जो सिक्योरिटी इंचार्ज हैं, क्या आप नहीं सोचते हैं कि उन्हें जवाब देना चाहिए। उन लोगों से यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि वह उस स्थान पर नजर क्यों नहीं रख पाए।
जहां पहले भी एक दिन पहले भी हादसा हो चुका था। इन लोगों को पूरे देश के सामने बेइज्जत किया जाना चाहिए। जया बच्चन ने कहा कि अगर इस तरह की चीजें कुछ देशों में होती है तो वहां की जनता इसका न्याय करती है। मैं जानती हूं कि यह थोड़ा कठोर है लेकिन मेरा सुझाव है कि इस तरह की लोगों को जनता को सौंप देना चाहिए और जनता ही उनका अंत करे।
जया बच्चन से पहले इस मामले में राज्यसभा के उपसभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि देशभर में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं हम सभी के लिए परेशान करने वाली हैं। यह सिर्फ हैदराबाद ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रहा है। हैदराबाद में जो भी हुआ वह मानवीयता के सिद्धांतों के खिलाफ है और शर्म की बात है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं मां, पत्नी बहन प्रेम, देखभाल और करुणा का प्रतीक है। हमें इस बात पर सोचना चाहिए कि इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इस बीमारी को खत्म करने के लिए पूरे देश को खड़ा होना। इसके लिए सबसे बड़ी जरूरत है कि जब भी कोई इस मामले में दोषी पाया जाए तो धर्म, पार्टी के आधार पर पक्षपात से उठकर सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।