राज्यपाल अनुसुईया उइके अपने जन्मदिन पर डॉ. ममता साहू के साथ की पूजा अर्चना.. मंदिर के बाहर दिखे गरीब मजूदरों की तत्काल कराई भोजन की व्यवस्था.. कहा- कोई भूखा ना रहें…

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रायपुर 10 अप्रैल, 2020। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके का आज 62वां जन्मदिन है। इनके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यपाल अनुसुईया उइके को जन्मदिन की अग्रिम बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं दी है। वहीं दुनिया में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण राज्यपाल ने अपना जन्मदिन पूजा पाठ और मानव सेवा कर बनाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फैलने से रोकने के साथ ही लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्यपाल ने कहा कि इस महामारी के दौरान कोई भूखा ना रहे। राज्यपाल अनुसुईया उइके के साथ डॉ. ममता साहू ने भी पूजा अर्चना की। इस दौरान कोरोना संकट से मुक्त कराने और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।

राज्यपाल ने कल ही कह दिया था कि वे अपना जन्मदिन सादगी से पूजा अर्चना कर मनाने के निर्णय लिया है। इसी के अनुरुप आज राज्यपाल अनुसुईया उइके ने जन्मदिन पर माता का आर्शीवाद लिया। और प्रदेश की खुशहाली की कामना करते हुए गरीबों को जरुरत की सामाग्री उपलब्ध करायी। इसके बाद वे दुर्ग के प्रियदर्शनी के अनाथालय गई। जहां उन्होंने अपनों से दूर रहे लोगों से बातचीत की। यहीं नहीं उन्होंने उचित व्यवस्था कराने के भी निर्देश दिये। साथ ही पूरे वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया। इस दौरान पूरे दिन साहू समाज की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष डॉ. ममता साहू साथ रही।

मंदिर के बाहर दिखे गरीब मजूदर, तत्काल करायी राशन की व्यवस्था  

राज्यपाल अनुसुईया उइके का मानवीय चेहरा उस वक्त एक बार और देखने को मिला। जब मंदिर में पूजा अचर्ना कर निकल रही थी। तभी अचानक उनकी नजर गरीबों पर पड़ी। जिसके बाद उन्होंने गरीबों को अपने पास बुलाया और उनसे हालचाल जाना। जिसके बाद राज्यपाल ने सभी गरीबों को महीने भर का राशन उपलब्ध कराएं। उनके इस कार्य से गरीबों के चेहरे में खुशी देखते ही बन रही थी।

मंदिर से पूजा अर्चना कर अनाथ आश्रम के लिए निकली राज्यपाल अनुसुईया उइके की नजर अचानक गरीब महिलाओं पर पड़ी तब उन्होंने से बातचीत की। जिस गरीबों ने राशन नहीं होने की बात कहीं। राज्यपाल ने तत्काल वहां मौजूद रहे दुर्ग अपर कलेक्टर और भिलाई निगम के अधिकारी को राशन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिस पर अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि शाम 4 बजे कर राशन दे दिया जाएगा। फिर राज्यपाल वहां से चले गई।