GOOD NEWS: दुर्ग में बहुत जल्द लगेगा फूड प्रोसेसिंग प्लांट, शिवनाथ नदी में गंदा पानी न जाए उसके लिए बनेगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सिंचाई का बढ़ेगा रकबा, कलेक्टर ने रिव्यू मीटिंग में दिए निर्देश…

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14 मई 2019 दुर्ग। शिवनाथ दुर्ग जिले की प्राणदायिनी नदी है। इसे पूरी तरह प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में कार्य करने की जरूरत है। इस पर कार्य भी चल रहा है लेकिन पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त नदी बनाने हर स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। इसके लिए बीएसपी, एनएचपीसी एवं प्रशासनिक स्तर पर समन्वय से कार्य किए जाएगा। यह बात समीक्षा बैठक में कलेक्टर अंकित आनंद ने कही। उन्होंने कहा कि सालिड वेस्ट का नदी में आना पूरी तरह रोकना है। इसके लिए नालों में ट्रीटमेंट प्लांट के अलावा इस बात की आवश्यकता भी है कि शुरूआत से ही सालिड वेस्ट डिस्पोजल पर कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि निगमों द्वारा जालियां लगाई जा रही हैं और बारिश पूर्व नालियों की सफाई भी की जा रही है यह अच्छा कदम है। इसके साथ यह भी सुनिश्चित करें कि जहां विशेष आवश्यकता है ऐसे ड्रेनेज में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगा दें ताकि नदी को प्रदूषित होने से रोक सकें। 

उन्होंने कहा कि नदी के संवर्धन के लिए पौधरोपण भी आवश्यक है। इस संबंध में जहां कहीं प्लांटेशन हो सकता है वहां कार्ययोजना बनाकर प्लांटेशन करें।  कलेक्टर ने बायो मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल की दिशा में की गई प्रगति की समीक्षा भी की और कहा कि इस संबंध में दिए गए निर्देशों के अनुसार शतप्रतिशत प्रगति लाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थलों पर नदी के पानी की गुणवत्ता की रासायनिक जांच भी की जाए तथा जांच से आए परिणामों के अनुसार इसे ठीक करने की दिशा में कार्य किया जाए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

बढ़ाएं सिंचाई का रकबाकलेक्टर ने कहा कि सिंचित रकबा का दायरा बढ़ाना प्राथमिकता का कार्य है। इसके लिए जलसंसाधन विभाग की योजनाओं के साथ ही मनरेगा के अंतर्गत नये स्ट्रक्चर बनाना एवं पुरानी संरचनाओं का जीर्णोद्धार भी शामिल है। साथ ही उन्होंने इस संबंध में विद्युत कंपनी एवं क्रेडा के अधिकारियों को भी लक्ष्य लेकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचित रकबा बढ़ाने की दिशा में कार्ययोजना बनाकर अगले सप्ताह तक प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने जल संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा भी की। साथ ही किसानों के लिए गौठान एवं बाड़ी के कार्य में प्रगति की जानकारी भी ली। 

अति कुपोषित बच्चों के पोषण के लिए बनेगी कार्ययोजनाकलेक्टर ने कहा कि कुपोषण को पूरी तरह समाप्त करना भी जरूरी लक्ष्य है। इसके लिए विशेष कुपोषित बच्चों के संबंध में विशेष योजना बनाने की जरूरत है। उन्होंने विशेष कुपोषित बच्चों की सूची जिला पंचायत को उपलब्ध कराने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए ताकि जिला पंचायत में विशेष योजना बनाकर इन्हें कुपोषण से पूरी तरह बाहर लाने का रोड मैप तैयार किया जा सके।
फूड प्रोसेसिंग प्लांट के लिए करें कामकलेक्टर ने उद्योग अधिकारी को फूड प्रोसेसिंग प्लांट के संबंध में विशेष कार्य करने निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के साथ सर्वे कर फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की दिशा में कार्य करें। इस संबंध में इच्छुक उद्यमियों को संभावित बाजार के संबंध में तथा कच्चा माल की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दें। इसके लिए सर्वे कर पूरी तैयारी कर लें ताकि कच्चे माल के संबंध में उद्यमी निश्चिंत हो सके और किसानों को भी उनके उपज का अच्छा मूल्य मिलने की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।

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