कल से नौतपा की शुरुआत, गर्मी बढ़ने के साथ तेज हवा व आंधी चलने की संभावना, आइये जानते है पंडितों की क्या राय है नौतपा पर…

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24 मई 2019, भिलाई। रोहिणी नक्षत्र में नौतपा के नौ दिन के दौरान गर्मी बढ़ने के साथ तेज हवा व आंधी चलने की संभावना है। जिसमें बूंदाबांदी और हल्की बारिश भी हो सकती है। पंडितों के अनुसार सूर्य का रोहिणी में प्रवेश 25 मई की रात 8.20 बजे होगा। सूर्य का रोहिणी प्रवेश 8 जून को शाम 6.20 बजे तक रहेगा। इस दृष्टि से सूर्य का रोहिणी की कक्षा में तकरीबन 15 दिन का संचरण होगा। इन 15 में प्रथम नौ दिन नौतपा के माने जाते हैं।

इस दौरान मान्यता यह होती है कि जब ग्रहों की दृष्टि संबंध तथा चंद्र का दैनिक संचार की गणना से अलग-अलग राशियों से संपर्क होता है। तब वातावरण में तपिश की स्थिति या पानी गिरने की स्थिति बनती है। मान्यता यह भी है कि रोहिणी में तेज गति से पानी का गिरना अच्छा माना जाता है। बारिश के लिए सिस्टम सक्रिय होगा। वैसे भी पिछले कुछ सालों से ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है कि नौतपा के दौरान जिले में बारिश हो रही है। इस बार भी मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 25 मई तक तेज गर्मी पड़ने के बाद बारिश के लिए सिस्टम सक्रिय होगा। स्थानीय प्रभाव का भी असर रहेगा। वजह यह रहेगा कि सूर्य की तपिश कम होगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नौतपा के दौरान बारिश के आसार ज्यादा है।

25, 26 और 27 मई को तपिश बढ़ेगी

इस दौरान बूंदाबांदी भी होगी। फिर तीन दिन यानी 28, 29 और 30 मई को उमस बढ़ने के साथ हल्की बारिश होगी। 31 मई और एक व दो जून को तेज हवा चलने और आंधी तूफान के साथ बारिश के योग बन रहे है। पंडित अमरेश तिवारी के अनुसार मंगल-राहु का अंगारक योग और शनि-केतु की युति का तम सप्तक दृष्टि संबंध वातावरण में गर्मी पैदा करेगा। उमस बढ़ाएगा और प्राकृतिक परिवर्तन के संकेत देगा।

यदि पानी की गति कम है या हल्का सा गीलापन आता है तो रोहिणी को गलना कहा गया है। खगोलीय मान्यता से देखे तो इस पूरे 15 दिन के पक्ष काल में अर्थात सूर्य के रोहिणी नक्षत्र के संचरण में चंद्रमा का गोचर क्रमशः कुंभ, मीन, मेष, वृषभ, मिथुन व कर्क राशियों से संचरण होगा। ऐसे में चंद्रमा का अलग-अलग ग्रहों के साथ युति संबंध भी बनेगा। युति संबंध भी आगामी वर्षा ऋतु की वृष्टि का योग बनाता है। रोहिणी का प्रभाव पूर्वोत्तर दिशा में अच्छा रहेगा।

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