राज्यपाल के आश्वासन के बाद लोकतंत्र सेनानियों का धरना खत्म.. सांसद कैलाश सोनी नेतृत्व में उपवास कर सत्याग्रह किया..

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रायपुर 25 सितंबर, 2019। लोकतंत्र सेनानी संघ के तीन दिवसीय प्रांतीय सत्याग्रह व धरना कार्यक्रम के अंतिम दिन लोकतंत्र सेनानियों ने कालीपट्टी लगाकर व एक दिवसीय उपवास कर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान लोकतंत्र सेनानी संघ ने वादा निभाओं सेनानियों के साथ न्याय करो का शंखनाथ किया।

  • आज के सत्याग्रह का नेतृत्व संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद कैलाश सोनी ने कियां व उन्होनें अपने उद्बोधन में कहा कि आपातकाल के दौरान जिन सेनानियों ने जो संघर्ष किया वह आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ी गयी इसी कारण आज देश में लोकतंत्र अक्षुण्ण हैं।
  • उन्होनें कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी यह निर्णित किया हैं कि समाजहित के लिये गये निर्णयों को आने वाली दूसरी सरकारें ना बदलें। इस देश में स्वतंत्रता हेतु आंदोलन करने वाले सेनानियों को सम्मान निधि प्रदान की गयी, जो एक ही विचारधारा के थे।
  • उन्होनें कहा कि इसके विपरीत विचारधाराओं की 15 से अधिक प्रांतो में सरकारें बनी, जो अभी हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने इस स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सम्मान निधि से किसी भी तरह छेड़छाड़ नहीं की हैं।
  • सोनी ने आगे कहा कि उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने सम्मान निधि देना प्रारंभ किया जिसे बाद में मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने बंद किया, जिसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में गलत करार दिया एवं कहा कि आपात्काल के संघर्ष को लोकतंत्र की स्थापना करने वाला संघर्ष कहा, माननीय न्यायालय ने यह भी कहा कि जब कभी भी लोकतंत्र पर आघात होगा तब नई पीढ़ी लोकतंत्र की रक्षा हेतु संघर्ष करने इनसे प्रेरणा लेगी।
  • म.प्र. उच्च न्यायालय ने भी एक पत्रिका में म.प्र. सरकार को निर्देशित किया कि रोकी गयी सम्मान निधि तीस दिन के भीतर पुन: प्रारंभ करें जिस आधार पर म.प्र. में सम्मान निधि पुनः प्रारंभ कर दी गयी हैं।

उन्होनें छत्तीसगढ़ सरकार से अपील की कि प्रदेश में बहुत कम संख्या में लोकतंत्र सेनानी बचे हैं, उनकी स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही हैं, अदालत के आदेश का मुख्यमंत्री जी व सरकार सम्मान करें। आज के धरना समाप्ति के पूर्व संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्री कैलाश सोनी जी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानन्द उपासने, राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री सुरेश अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष द्वारिका जायसवाल, प्रदेश महामंत्री किशोर ताटीबंदवाले, संघ के वरिष्ठ सेनानी वीरेन्द्र पांडे, रायपुर जिला संयोजक सुहास देशपांडे, एवं प्रहरी के प्रदेश अध्यक्ष विनोद तिवारी ने महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर अनुरोध किया कि छत्तीसगढ़ सरकार को जनहित व समाजहित में नैतिक रूप से तत्काल सम्मान निधि को प्रारंभ करने के निर्देश प्रदान करें।राज्यपाल जी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा सकारात्मक पहल होगी व सेनानियों की पुनः सम्मान मिलेगा। अत: वो धरना समाप्त कर देवें उनके आश्वासन पर आज लोकतंत्र सेनानियों के प्रदेशव्यापी सत्याग्रह को आगामी समय तक के लिए स्थगित किया।

आज के धरना में प्रमुख रूप से छ.ग. सरकार के पूर्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, छ.ग. सरकार के पूर्व कृषि मंत्री श्री चंद्रशेखर साहू, पूर्व युवा आयोग के अध्यक्ष श्री कमल भंजदेव, श्री शारदा प्रसाद शर्मा, जागेश्वर प्रसाद साहू, जयनारायण त्रिपाठी, प्रमोद भार्गव, असित भट्टाचार्य, देवप्रसाद तिवारी, लक्ष्मण चन्द्रा, शिरोमणि घोरपड़े, लखनलाल पार्थिक, लोचन राम साहू, मनोज कुमार मेहर, गोकुल साहू, जोहार साहू, पवन साहू, मनोज विशाल, राम पाटनकर, अवध नारायण यादव, श्रीमती सुदक्षिणा शेण्डे, शांति बाई जैन, रमन अग्रवाल, कृष्ण कुमार सोनी, समीर कुमार त्रिपाठी, सहित 250 से अधिक सेनानियों ने भाग लिया।

अंत में सभी आपात्काल के बाद से लेकर अब तक दिवंगत प्रदेश के तीन सौ से अधिक सूचीबद्ध सेनानियों की 2 मिनट श्रद्धांजली अर्पित किया गया।