छत्तीसगढ़ विधानसभा: सदन में अजय चंद्राकर बोले- सरकार पूंछ दिखाकर घोड़ा बेचने का काम कर रही है..

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन था। आज द्वितीय अनुपूरक बजट पर सदन में चर्चा हो रही थी। इस दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकार ने चर्चा की शुरुआत में राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति के बारे में सवाल उठाए। पूछा कि और कर्ज लेकर प्रदेश को कहां ले जा रही है सरकार?

बजट पर चर्चा दौरान में BJP विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार पूंछ दिखाकर घोड़ा बेचने का काम कर रही है। लगातार ऋण की राशि बढ़ती जा रही है। इस प्रदेश का भगवान ही मालिक है। सड़कें स्वीकृत हो रही हैं। यह पूरी दुनिया का पहला ऐसा राज्य है जहां प्रदेश में मृत्यु के आंकड़े अलग हैं और जिलों में अलग हैं। हम उम्मीद करते थे कि टीकाकरण को लेकर कोई व्यवस्था की गई होगी।

गूंजा मौतों का मामला

विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से पुलिस अभिरक्षा में मौतों का मामला गूंजा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, बृजमोहन अग्रवाल ने पुलिस अभिरक्षा में मौतों का मामला उठाया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया। कहा कि पुलिस अभिरक्षा में मारपीट कर पुलिस वाले शव को फांसी पर लटका दिए। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल में पंकज बेक मामले से लेकर दूसरे प्रकरणों का हवाला दिया। इसके अलावा सरकार पर पुलिस अभिरक्षा में हुई मौतों के मामले को रफादफा करने का भी आरोप लगाया।

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जानकारी दी। कहा कि जिस मौत का नेता प्रतिपक्ष उल्लेख कर रहे हैं उस शख्स ने थाने के बाथरूम में फांसी लगाई है। पुलिस अभिरक्षा में मौतों के मामले में हम किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। जिन मामलों में न्यायिक जांच चल रही है उसमें सभी का बयान भी होगा। किसी को बचाने का सवाल ही नहीं है।

सत्यनारायण शर्मा ने लगाए आरोप

शासकीय नागार्जुन साइंस कॉलेज के पहले सेमेस्टर के छात्रों की उपस्थिति मामला सदन में उठा। छात्रों की उपस्थिति कम बताकर परीक्षा में बैठने के लिए अपात्र घोषित किये जाने का मामला सदन में गूंजा। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने आरोप लगाया कि पैसे लेकर एचओडी ने कम उपस्थिति वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी। अटेंडेंस रजिस्टर बदलकर छात्रों को अपात्र किया गया। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। कोरोनाकाल में जब बाकी छात्रों को रिलेक्सेशन दिया गया तब इन छात्रों को क्यों नहीं। जांच की समय सीमा तय की जाए।

उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि मामले की जांच पहले हुई है। उपस्थित कम पाया गया और नियमों के तहत परीक्षा में अपात्र घोषित किया गया। वरिष्ठ सदस्य अगर चाहते हैं तो जिस बिंदु पर वे चाहते हैं उस पर जांच करायी जाएगी।

विधानसभा में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति का मुद्दा गूंजा। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव सदन में पेश किया। तत्काल सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने की मांग की। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जयस्तंभ चौक में मर्डर हो जाता है और पुलिस कुछ नहीं कर पाती। आज लोगों को आपराधिक घटनाओं की वजह से घर से निकलने में डर लगने लगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है। तत्काल काम रोककर इसपर चर्चा कराया जाना चाहिए। नारायण चंदेल ने कहा नए किस्म के अपराध घटित हो रहे हैं।