बदल रहा बस्तर: सड़क काटने का विरोध करने पर नक्सलियों ने अपने ही दो साथियों को मौत के घाट उतारा.. बीच-बचाव करने आए 15 ग्रामीणों को भी पीटा..

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दंतेवाड़ा। पूरे देश में लॉकडाउन की वजह से सभी की दिनचर्या बदल गई है। इसी से जुड़ी बस्तर से एक खबर आ रही है। जहां बस्तर में बदलाव की शुरुआत दिखाई दे रहे ही। दरअसल इसलिए हम कह रहे है क्योकिं जहां नक्सलियों के आदेश को मामने वाले ग्रामीण अब इसका विरोध कर रहे है। हालांकि इस विरोध से नक्सली समर्थक भी मारे गए है। नक्सल गढ़ कहे जाने वाले दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने बुधवार देर रात अपने ही दो साथियों की हत्या कर दी। वहीं, बीच-बचाव करने आए 15 ग्रामीणों को भी जमकर पीटा है। इसमें से 3 की हालत गंभीर बनी हुई है।

बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने देर रात गांव में बैठक बुलाई थी और वहां बनी सड़क काटने के आदेश दिए थे। इसका विरोध उनके ही साथी करने लगे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस फोर्स और एंबुलेंस को भेजा गया है।

जानकारी के मुताबिक, अरनपुर थाना क्षेत्र में पोटाली गांव के मिर्चीपारा में नक्सलियों ने बुधवार देर रात ध्रुवापारा, पटेल पारा समेत अन्य क्षेत्र के ग्रामीणों की बैठक बुलाई थी।

इस दौरान ध्रुवापारा में सड़क बनने को लेकर नक्सलियों ने नाराजगी जताई। गांव में सड़क निर्माण रोकने की जिम्मेदारी मिलीशिया कमांडर बजरंगी वेट्‌टी और सदस्य टिडो मंडावी की थी। नक्सलियों ने इनसे पोटली-अरनपुर सड़क काटने के लिए कहा।

सड़क बनने से बिजली, एंबुलेंस आई, काटने से मना कर दिया

इस पर बजरंगी और टिडो ने सड़क काटने से मना कर दिया। दोनों ने कहा कि सड़क बन गई है तो अच्छा हुआ है। इसके बनने से गांव में बिजली आ गई है। दिक्कत होने पर एंबुलेंस पहुंच जाती है। इससे ग्रामीणों को राहत है। हम सड़क नहीं काटेंगे। इससे भड़के नक्सली कमांडर सोमरू और जयलाल ने दोनों की हत्या कर दी। इस दौरान बीच-बचाव करने आए ग्रामीणों को भी नक्सलियों ने बुरी तरह से पीटा।

ग्रामीणों ने तोड़ा नक्सली स्मारक

ग्रामीणों ने नक्सली स्मारक को ध्वस्त किया था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना खुद पुलिस दी और बताया कि उनसे 200-200 रुपए चंदा एकत्र किया गया था।

इससे एक दिन पहले भी बुधवार को नीलवाया में ग्रामीणों ने नक्सली स्मारक को ध्वस्त किया था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना खुद पुलिस काे दी और बताया कि उनसे 200-200 रुपए चंदा एकत्र किया गया। फिर उन पर ही दबाव डालकर नक्सली कमांडर गुडाधुर का स्मारक बनवाया गया। स्मारक पूरा होने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी और उनके सहयोग से तोड़ दिया।

दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि अरनपुर थाना क्षेत्र का पोटाली गांव बुरी तरह नक्सल से प्रभावित है। पोटाली में कैंप खुलने के बाद विकास शुरू हुआ है। सड़कें बन रही हैं। नक्सलियों की गतिविधियां भी कम हुई है। गांव में पुलिस फोर्स के साथ एंबुलेंस भेजी गई है। घायलों का उपचार यहां अस्पताल में कराया जाएगा। यह बदलाव के अच्छे संकेत हैं। ग्रामीण अब नक्सलियों के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं।