रायपुर में राज्यपाल अनुसुइया उइके से भाजपा नेताओं का प्रतिनिधि मंडल मिलने पहुंचा। विपक्षी नेताओं की इस टीम ने एक जांच रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपी। यह जांच हाल ही में प्रदेश में हुए किसानों की खुदकुशी मामले पर थी। मुलाकात के बाद बाहर आकर पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू ने बताया कि हमने इन घटनाओं की जांच की। हमारी जांच समिति की रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपी गई। हमने तथ्यात्मक ढंग से संवैधानिक प्रमुख राज्यपाल को सारी बातें बताई हैं। किसानों की आत्महत्या के मामले में हमने विस्तार से जानकारी दी है।
राज्यपाल को इसी रिपोर्ट को सौंपते हुए भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार के रवैये पर सवाल किए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मैदानी भाग बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग संभाग में घटिया कीटनाशक और कर्ज से परेशान होकर किसानों ने जान दी। इन इलाकों में घटिया कीटनाशक बांटने वालों को हमने ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है। दुर्ग के दो और रायपुर के अभनपुर में एक किसान ने हाल ही में खुदकुशी की है। अब सरकार का फर्ज बनता है। महाराष्ट्र में फड़नवीस सरकार ने इस तरह की घटना में 8-8 लाख रुपए किसानों के परिजनों को दिए थे।
पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफ़ना पूर्व भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष संदीप शर्मा और भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री गौरीशंकर श्रीवास ने एक ज्ञापन भी राज्यपाल को दिया। इसमें मृतक किसानों के परिजनों को नौकरी के अलावा 25 लाख मुआवजा देने की मांग की गई है।