ब्रेकिंग: दिल्ली पब्लिक स्कूल में हुआ आतंकी हमला.. NSG के कमांडो ने ऐसे संभाला मोर्चा.. पढ़िए पूरी स्टोरी..

0
113

15 अक्टूबर 2019,नई दिल्ली। NSG 35th Raising Day: एक ब्लैक कैट कमांडो बन कर जब तैयार होता है तो इतना फौलादी, हिम्मती और कर्तव्यनिष्ठ होता है कि कठिन से कठिन ऑपरेशन को आसानी से विजय हासिल कर लेते है। अपने शरीर को वह इस तरह से ढाल लेता है कि दुश्मन एक बार यदि हाथ लग जाए तो उसकी खैर नहीं। ट्रेनिंग के दौरान जिस बेरहम तरीके से वह अपने शरीर पर पत्थर और टाइल्स को तोड़ने की हिम्मत दिखाता है जिससे दुश्मन का जिंदा बचना तो नामुमकिन है। आज राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स अपना 35 वा स्थापना दिवस मना रहे हैं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृह मंत्री अमित शाह रहे। बता दे एनएसजी का निरीक्षण को मंत्रालय करता है इस खास मौके पर हम आपको एनएससी के पराक्रम से जुड़े तमाम किस्सों से रू-ब-रू कराना चाहेंगे। मानसरोवर के ग्राउंड में आज एनएसजी कमांडो ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। यहां हम ब्लैक कैट कमांडो की दक्षता से रूबरू करा रहे हैं।

डीपीएस पर आतंकी हमला, एनएसजी ने संभाला मोर्चा

एनएसजी राइजिंग पेपर कमांडो ने मॉक ड्रिल के जरिए बताया कि जब किसी स्कूल या हॉस्टल पर हमला होता है तब वे आतंकियों का सामना कैसे करते हैं और बंदी बने लोगों को कैसे बचाते हैं। पहला आतंकी हमला स्पोर्ट्स कॉन्प्लेक्स करते हैं तब सभी कमांडोज अपने अदम्य साहस का परिचय कराते हैं इस दौरान वह अपने रस्सी के जरिए स्पीड में बिल्डिंग पर चढ़ते हैं और आतंकियों का सफाया करते हैं। बाद में हॉस्पिटल की सबसे ऊंची मंजिल से नीचे बने पुल में छलांग लगाकर खुद को बचाते हैं इसके बाद कुछ आतंकी दिल्ली पब्लिक स्कूल में आते हैं और बच्चों को बंदी बना लेते हैं तब ब्लैक कैट कमांडो और जांबाज Canine जीनियस डॉग टीम के साथ पहुंचते हैं। आतंकियों से निपटने में Canine का भी महत्वपूर्ण योगदान रहता है। जो दुश्मनों को भाप लेने की क्षमता रखते हैं जैसे ही Canine को पता चलता है दुश्मन कहां छिपे हैं तो तुरंत कमांडोज को आगाह किया। तब तुरंत कमांडोज एक्शन में आ गए और बिल्डिंग को चारों ओर से घेरा और आतंकियों को जिंदा पकड़ लिया बाद में एनएसजी के कुछ जांबाज कमांडोज एयरक्राफ्ट से रस्सी से जरिए नीचे आए और बिल्डिंग में फंसे सभी साथियों को सुरक्षित वापस निकाल ले जाते हैं।

कैसे करते हैं वीवीआईपी की सुरक्षा

मॉक ड्रिल में जवानों ने दिखाया कि जब वीवीआइपी पर हमला होता है तो वह कैसे दुश्मन का सामना करते हैं कमांडोज अपनी जान पर खेलकर वीवीआइपीज को कवर करते हैं और तुरंत स्पेशल कारण बिठाते हैं और दूसरे साथी को दुश्मनों की टुकड़ी से निपटने के लिए आगाह करते हैं किसी भी हमले में अगर होम मिनिस्ट्री उन्हें दुश्मन का सामना करने का आदेश दे दी तो माने उनके साहस से शायद ही कोई जिंदा बच पाएगा।