ब्रेकिंग: चिदंबरम के घर पर डटी है CBI की टीम, कल दोपहर से गिरफ्तारी की लटकी हैं तलवार.. घर से बाहर चस्पा किया नोटिस, दो घंटे में पेश होने के दिये थे निर्देश.. लेकिन अब भी गायब हैं चिदंबरम..

0
65

नई दिल्ली 21 अगस्त, 2019। कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। मंगलवार दोपहर से ही उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है और ईडी-सीबीआई उनके घर का चक्कर काट रही है। दिल्ली हाईकोर्ट से INX मीडिया केस में राहत ना मिलने के बाद से ही चिदंबरम गायब हैं, उनका फोन भी स्विच ऑफ है। अब बुधवार को उनके वकील अंतरिम जमानत की अपील लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं।

प्रियंका गांधी ने किया समर्थन

पी. चिदंबरम पर सीबीआई-ईडी की कार्रवाई के बाद प्रियंका गांधी उनके समर्थन में आई हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हम उनके (चिदंबरम) साथ खड़े हैं और सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे, चाहे कोई भी परिणाम हो। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘राज्यसभा के एक अत्यंत योग्य और सम्मानित सदस्य पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री और गृह मंत्री के रूप में दशकों तक निष्ठा के साथ हमारे देश की सेवा की। वह मोदी सरकार की विफलताओं को उजागर करते है, जो इस कायर सरकार को पसंद नहीं है, इसलिए उन्हें (चिंदबरम) शर्मनाक तरीके से टारगेट किया जा रहा है।’

सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व केद्रीय वित्तष मंत्री पी. चिदंबरम की अग्रिम जमानत की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है। ऐसे में उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकती नजर आ रही है। मंगलवार देर रात सीबीआई की टीम दोबारा चिदंबरम के घर पहुंची। अधिकारियों ने घर के बाहर नोटिस चिपकाकर उन्हें दो घंटे के भीतर पेश होने का निर्देश दिया। बावजूद इसके चिदंबरम के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। सीबीआई उनकी तलाश में जुटी है।

इससे पहले भी सीबीआई की टीम चिदंबरम के घर गई थी पर उनके वहां नहीं मिलने के कारण वापस लौट आई थी। सीबीआई टीम के लौटने के थोड़ी देर बाद ही ईडी की टीम भी चिदंबरम के घर पहुंची। दोनों एजेंसियां लगातार उनसे फोन से सम्पर्क करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन कोई यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर चिदंबरम हैं कहां?

ई-मेल के जरिए भी भेजा गया समन

सीबीआई अधिकारियों का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी कर रहे थे। हालांकि, अभी स्पष्ट नहीं है कि अधिकारी चिदंबरम के आवास पर उन्हें गिरफ्तार करने गए थे या पूछताछ के लिए। अधिकारियों ने बताया कि चिदंबरम के आवास पर गई टीम के सदस्यों ने सीबीआई मुख्यालय आकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। टीम के सदस्यों ने चिदंबरम के आवास पर नोटिस चस्पा किया जिसमें सीबीआई के उपाधीक्षक आर पार्थसारर्थी के समक्ष पेश होकर सीआरपीसी की धारा 161 के तहत बयान दर्ज कराने को कहा गया। सूत्रों ने बताया कि समन चिदंबरम को ई-मेल के जरिए भी भेजा गया है।

शाम 5 बजे तक सुप्रीम कोर्ट में थे चिदंबरम

बता दें कि सीनियर कांग्रेस नेता को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने चिदंबरम की गिरफ्तारी पर तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए इसे बुधवार को सुनने की बात कही थी। चिदंबरम अपने साथी वकीलों के साथ सुप्रीम कोर्ट में शाम 5 बजे तक मौजूद थे। इसके बाद वह कहां गए थे, इसकी जानकारी नहीं है। इसके बाद सीबीआई की टीम शाम 6.30 बजे चिदंबरम के आवास पहुंची और उनके घर पर नहीं मिलने के बाद 10 मिनट के बाद चली गई। इसके बाद ईडी की टीम 7.30 बजे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के घर पहुंची।

कांग्रेस ने कहा, बदला ले रही मोदी सरकार

इस बीच कांग्रेस नेता आंनद शर्मा ने पूरे मामले पर पार्टी की तरफ से रुख साफ करते हुए कहा कि विपक्ष व विरोधियों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। विरोध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। चिदंबरम पूर्व केंद्रीय मंत्री व मौजूदा संसद सदस्य है। सुबह उनकी सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगी है। 10-12 घंटों में कोई आसमान नहीं टूट जाएगा। यह सरकार की कार्यशैली बन चुकी है। अगर रातोंरात ऐसा हो रहा है तो यह इनकी विश्वसनीयता पर भी सवाल है। इससे भारत के लोकतंत्र की कोई अच्छी छवि नहीं बनती। कांग्रेस प्रवक्तां रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा कि सरकार बदले की भावना के तहत कार्रवाई कर रही है।

चिदंबरम ही किंगपिन हैं’

गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने चिदंबरम को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया। हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि तथ्य इस तरफ इशारा करते हैं कि इस मामले में चिदंबरम ही किंगपिन हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि पहली नजर में देखने से हाई कोर्ट को यह लगता है कि इस मामले में एक असरदार जांच के लिए चिदंबरम को हिरासत में लेकर पूछताछ करना बेहद जरूरी है। इसके तुरंत बाद चिदंबरम आनन-फानन में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। जहां उनके तीन वकील मित्र और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और अभिषेक मनु सिंघवी वहां मौजूद थे।

मीडिया से यूं बनाई दूरी

इससे पहले कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया मामले में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत याचिका खारिज किए जाने के बाद चुप्पी साधे रखी और मीडिया से खुद को दूर रखा। जब अदालत द्वारा उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने की खबर आई, उस वक्त चिदंबरम कुछ जूनियर वकीलों के साथ सुप्रीम कोर्ट में थे। इस पर उनसे प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने इशारों में कहा कि वह इस मुद्दे पर नहीं बोलना चाहते हैं। चिदंबरम के साथ मौजूद जूनियर वकीलों ने मीडियाकर्मियों से दूर रहने को कहा क्योंकि चिदंबरम वरिष्ठ अधिवक्ता और पार्टी के सहयोगी कपिल सिब्बल के वहां पहुंचने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।

सिब्बल का सवाल, इतनी देर से फैसला क्यों?

पूरे मामले पर चिदंबरम ने भले ही बात नहीं की, लेकिन उनके वकील और कांग्रेस नेता सिब्बल ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि 15 महीने से गिरफ्तारी से राहत थी और फैसला 24 जनवरी को सुरक्षित रखा गया था और न्यायमूर्ति सुनील गौड़ ने अपनी सेवानिवृत्ति के दो दिन पहले इसे सुनाया। सिब्बल ने कहा, ‘फैसला दोपहर तीन बजकर 20 मिनट पर सुनाया गया। हम नहीं जानते क्यों इस समय सुनाया गया। हमने उच्चतम न्यायालय में अपील करने के लिए तीन दिन के लिए फैसले को लागू किए जाने पर रोक लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा (न्यायमूर्ति गौड़) कि वह आदेश सुनाएंगे, जिसे शाम चार बजे सुनाया गया।’ उन्होंने कहा कि वह फैसले की प्रति के बिना ही शीर्ष अदालत में हैं और उच्चतम न्यायालय का रुख करने के लिए चीजें कठिन बनाई गई।