छत्तीसगढ़ में 15 से केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन.. कांग्रेस नेताओं के साथ प्रदेश की किसान पहुंचेंगे दिल्ली.. पीएम आवास भी जाएंगे..

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3 नवंबर 2019 रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के नेतृत्व में 15 नवम्बर को केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस धरना प्रदर्शन करेगी। केन्द्र की किसान विरोधी नीतियों और सेंट्रल पूल कोटे के तहत राज्य का चावल नहीं खरीदे जाने के विरोध में कांग्रेस धरना देगी। 13 नवंबर को कांग्रेस के नेताओं के साथ प्रदेश के किसान भी दिल्ली पहुंचेंगे।

इस दौरान किसान पीएम आवास भी जाएंगे। बता दें कि रविवार को इसको लेकर राजीव भवन में बैठक आयोजित की गई । जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के नाम किसानों की पाती लिखी जाएगी। सभी ग्रामों के किसानों का हस्ताक्षर लिया जाएगा। उस पत्र को हम दिल्ली लेकर पीएम आवास जाएंगे।

सीएम ने कहा कि भारत सरकार का राज्य सरकारों के बीच एक MoU हुआ था। उसमें दिए गए नियमों को शिथिल कर बोनस दिया जा सकता है। इसके लिए हमने केंद्र से अनुरोध किया था। मैंने प्रधानमंत्री से इस सम्बंध में मिलने के लिए वक़्त भी मांगा है।

मैंने खुद भी पीएम को पत्र लिखा है और सभी जनप्रतिनिधियों और किसानों से पत्र लिखने आग्रह किया है। सीएम ने कहा कि 5 तारीख को सांसदों की मंत्रालय मे बैठक भी बुलाई है। ताकि वह भी इस सम्बंध में चर्चा कर सके। बैंकों से कर्ज लेने को लेकर सीएम ने कहा कि पहले की सभी सरकारें बैंकों से कर्ज लेकर धान खरीदती रही है। रमन सरकार ने 10 हज़ार करोड़ ऋण लिया। हमने 20 हज़ार करोड़ लिया। क्योंकि दर में बढोत्तरी हुई है। डॉ रमन सिंह के मंदी पर दिये गए बयान पर सीएम ने कहा कि रमन सिंह को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके कार्यकाल मे कितने mou हुए और कितना काम हुआ। बता दें कि इससे पहले पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा था कि मैंने 15 साल छत्तीसगढ़ में आधार भूत ढांचा विकसित किया। जिसके कारण छग में मंदी का असर नहीं है। पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के अलावा मंत्री ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, शिव डहरिया सहित अन्य नेता – पदाधिकारी मौजूद रहे।