बिग ब्रेकिंग: 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा मोस्टवांटेड गैंगस्टर विकास दुबे गिरफ्तार.. महाकाल के दर्शन करने गया था तभी गार्ड ने पहचाना.. दुबे गैंग के दो साथियों का भी एनकाउंटर..

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नई दिल्ली। कानपुर एनकाउंट में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है। उज्जैन के जिलाधिकारी और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने की विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि उज्जैन महाकाल मंदिर में विकास दर्शन करने पहुंचा था। बता दें कि विकास दुबे को मंदिर परिसर के सुरक्षागार्डों ने पकड़ा है। इस खबर के सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह स्वंय महाकाल मंदिर पहुंचे और पुलिस वाहन में लेकर चले गए। इस बाबत डीजीपी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जानकारी दी है। इस मामले पर शिवराज सिंह चौहान ने योगी आदित्यनाथ से बात भी की है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा विकास दुबे की फिलहाल किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।

आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को मंगलवार को दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में देखा गया था। लेकिन जब पुलिस वहां छापा मारने पहुंची तो वह वहां से निकल चुका था। कुख्यात अपराधी को पकड़ने में लगी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कंफर्म किया कि फरीदाबाद में जो शख्स सीसीटीवी में दिख रहा है वो विकास दुबे था। इसके बाद गुरुग्राम में भी हाइअलर्ट जारी कर दिया गया।

वहां से गैंगस्टर विकास दुबे मध्य प्रदेश की तरफ भाग निकला। उज्जैन में गुरुवार को सुबह 8 बजे महाकाल मंदिर परिसर पहुंचा, वहां प्रसाद की एक दुकान पर एक दुकानदार को शक हुआ। उसने मंदिर सिक्योरिटी को बताया। जब पूजा करके वो बाहर निकला तो सिक्योरिटी वाले उसे लेकर आये। आईडी दिखाने को कहा जो किसी और के नाम से बनी थी। जब सिक्योरिटी ने ज्यादा पूछा तो वो मारपीट करने लगे। थाने लेकर आये तो उसने कबूल कर लिया।

वहीं गुरुवार की सुबह पुलिस ने दो एनकाउंटर किए हैं- एक कानपुर में और दूसरा इटावा में। इसमें विकास दुबे के दो साथियों को ढेर कर दिया गया है। कानपुर पुलिस ने बताया है कि इस एनकाउंटर में दूबे के सहयोगी प्रभात मिश्रा की मौत हुई है, उसे अभी बुधवार को ही फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ला रही थी, जिस दौरान उसने पुलिस पर हमला करके भागने की कोशिश कर रहा था, जिस दौरान मुठभेड़ में उसको पैर में गोली लगी थी।

पुलिस ने बताया कि प्रभात मिश्रा को कानपुर लाने के दौरान पुलिस की गाड़ी का टायर पंक्चर हो गया था, जिसे वो ठीक करने में लगे हुए थे, इसी दौरान आरोपी ने एक पुलिस वाले से रिवॉल्वर छीन ली और पुलिस पर कई राउंड फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।

वहीं यूपी पुलिस ने दूसरा एनकाउंटर इटावा में किया है. इसमें भी विकास दूबे का साथी मारा गया है. अपराधी पर 5,000 का इनाम था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आकाश तोमर ने बताया, ‘तड़के सुबह 3 बजे के आसपास एक स्विफ्ट डिज़ायर को स्कॉर्पियो में बैठे चार हथियारबंद लोगों ने लूटा था। भागने की कोशिश में लगभग एक घंटे बाद पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने भागने की कोशिश की तो दोनों साइड से फायरिंग हुई। एक अज्ञात शख्स को कई गोलियां लगीं थीं. उसे अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.’ बाद में उसकी पहचान विकास दूबे के साथी रणबीर के तौर पर की गई है। एनकाउंट में पुलिस को एक पिस्तौल, एक दोनाली बंदूक और कई कारतूस मिले हैं. रणबीर के साथ जो तीन अन्य बदमाश थे, वो भागने में सफल रहे।

बता दें कि इसके पहले पुलिस ने एक एनकाउंटर में विकास दूबे के अन्य साथी अमर दूबे को हमीरपुर में मार गिराया था। गांव से विकास दुबे, प्रभात और अमर दूबे साथ आए थे, लेकिन अमर वापस चला गया था।