रायपुर 14 जून, 2019। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खोल दिए है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल से महज 6 महिने में युवाओं को सीधी भर्ती से लेकर पीएससी लेवल तक की हजारों रोजगार मिल रहे है। युवाओं को सशक्त बनाने छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी क्षेत्र में भर्ती शुरु कर दी है। सबसे खास बात ये है कि पिछली सरकार में जिस क्षेत्र में सालों से कोई पदों पर भर्ती नहीं हुई थी वहां भूपेश सरकार ने हजारों पदो पर भर्ती शुरु कर दी है। पीएससी के जरिए कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों के 1384 पदों पर भी भर्ती की प्रकिया जारी है।
भूपेश सरकार के आते ही यहां शुरु हुई वैंकेसी..
- राज्य सरकार द्वारा तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर स्थानीय युवाओ की भर्ती के लिए सरगुजा एवं बस्तर में कनिष्ठ सेवा चयन बोर्ड का गठन करने का निर्णय लिया गया है।
- राज्य सरकार द्वारा 15 हजार शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। दो दशक के बाद सहायक शिक्षक, उच्च श्रेणी शिक्षक और व्याख्याता के पदों पर सीधी भर्ती को लेकर युवाओं में भारी उत्साह है।
- पिछले तीन साल से शिक्षाकर्मियों की भर्ती भी नहीं की जा सकी थी। इससे पढ़ाई पर असर हो रहा था। मैदानी क्षेत्र समेत बस्तर और सरगुजा के आदिवासी इलाकों में विज्ञान, गणित, कामर्स के शिक्षकों की कमी दूर होगी।
- राज्य सरकार द्वारा पीएससी के माध्यम से लम्बे समय से रिक्त प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों के 1384 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसके साथ ही 61 क्रीड़ा अधिकारियों की भी भर्ती की जाएगी |
- स्टॉफ नर्स के 800 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ होगी।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रयासों से बस्तर के युवाओं को नई सौगात मिली है।अब एनएमडीसी के नगरनार स्टील प्लांट के ग्रुप-सी और ग्रुप-डी की भर्ती की परीक्षा अब दंतेवाड़ा में ली जाएगी. भर्ती परीक्षा स्थानीय स्तर पर कराए जाने से बस्तर के ज्यादा से ज्यादा युवा इसमें शामिल हो सकेंगे।
- सरकारी नौकरियों में छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को आयु सीमा में पांच साल की छूट देने का फैसला किया है। अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष में दी गई 5 वर्ष की छूट की अवधि को पांच वर्ष तक बढ़ा दिया गया है। अन्य विशेष वर्गों के लिए अधिकतम आयु सीमा में देय छूट यथावत रखते हुए सभी छूट को मिलाकर उनके लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष पूर्व की तरह रहेगी।
- नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी योजना से महिला समूहों एवं ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है।