‘स्पेशल गोठ’ के माध्यम से माओवाद प्रभावित क्षेत्र के अधिकारियों से रूबरू हो रही डॉ. वर्णिका की टीम, गृहमंत्री के जिले से की शुरुआत

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10 फरवरी 2019, रायपुर। छत्तीसगढ़ का पर्याय बन चुके माओवाद और उसके दंश आज भी बस्तर में रहने वाले लोग झेल रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सरकार की पूरी कोशिश के बावजूद अभी भी नक्सलियों का खौफ लोगों के जेहन में बैठा हुआ है। इन्हीं सब पीड़ा को और नक्सल प्रभावित इलाकों में होने वाली समस्या को जानने के लिए डॉक्टर वर्णिका शर्मा की टीम ने एक पहल की है। हालांकि बस्तर में माओवादियों को पूरी तरह से खत्म करने के मामले में सरकार और राजनीतिक दल अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देते आ रहे हैं लेकिन क्या वाकई में बस्तर में सुख, चैन और शांति चमन स्थापना हो पाई है। यह एक बड़ा सवाल है। जिसका जवाब ढूंढने छत्तीसगढ़ इनीशिएटेड स्टडी एंड पीज रिसर्च फाउंडेशन (CIPS-RF) की टीम निकल पड़ी है। यही वजह है कि सिप्स-आरएफ की डायरेक्टर डॉ. वर्णिका शर्मा के मार्गदर्शन में नक्सल प्रभावित इलाकों में काम करने वाले अधिकारियों से इंटरव्यू लेकर जानकारी एकत्रित की जा रही है। इसकी शुरुआत गुरुवार को गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के गृह जिले से की गई है। डॉ. वर्णिका द्वारा शुरू किए गए इंटरव्यू सेशन में CIPS-RF के सदस्य देश व राज्य के अधिकारी राजनीतिक वर्ग सामाजिक वर्ग के प्रभावशाली हस्तियों से वामपंथी अतिवाद की समस्या को लेकर चर्चा करेंगे। उनके किए गए इंटरव्यू में सुरक्षा विकास और युवाओं के योगदान एवं प्रबंधन को लेकर फोकस किया जाएगा।

शांति की स्थापना

  • डॉ वर्णिका शर्मा ने बताया कि माओवाद आज हिंसक का रूप ले चुके हैं।
  • इसमें जरूरी है कि आप लोग भी माओवाद को खत्म करने के मकसद से सहभागी बने स्पेशल गुड टीम में 10 लोग शामिल है।
  • जिसका मार्गदर्शन डॉक्टर वर्णिका शर्मा कर रही है।
  • वहीं टीम में तोरण सिंह ठाकुर, सीपज मिश्रा, अनुराग सिंह, दर्शना मोहरे, तृप्ति चौहान, पायल, कान्हा राज सिंह ठाकुर, संदीप गढ़पाले, वेद साहू आदि शामिल है।

माओवाद क्षेत्रों पर ध्यान

  • डॉक्टर वर्णिका की टीम प्रदेश के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में तो काम करेगी साथ में देश के विभिन्न ऐसे राज्य जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, वहां पर भी जाकर डाटा तैयार करेगी और उसकी विश्लेषणात्मक रिपोर्ट स्टेट होम मिनिस्ट्री पुलिस प्रशासन और अन्य अधिकारियों के साथ साझा करेगी।

गृहमंत्री के गृह जिले से हुई शुरुआत

  • स्पेशल कोर्ट की शुरुआत गुरुवार को गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के गृह जिले दुर्ग से हुई है।
  • पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी से बात की गई और बस्तर समेत अन्य माओवाद प्रभावित क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति और उनके इस समस्या पर उनके क्या विचार हैं इस मसले पर चर्चा की गई।
  • बता दें रतनलाल डांगी दक्षिण बस्तर में पदस्थ रह चुके हैं। और माओवाद क्षेत्र में काम करने का काफी लंबा अनुभव है।

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