महेंद्र सिंह धोनी के साथ सुरेश रैना भी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास… IPL खेलते रहेंगे धोनी… जानिए खास बातें…

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मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक अपने संन्यास का एलान कर दिया। शुक्रवार को ही वो अपनी आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ अगले सत्र के लिए जुड़े है। धोनी टीम इंडिया के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने टीम को कई यादगार जीत दिलाई है। आईसीसी की तीन ट्रॉफी जीतने वाले वो इकलौते कप्तान हैं।

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ-साथ अनुभवी भारतीय बल्लेबाज सुरश रैना ने भी इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर ने इंटरनैशनल क्रिकेट में खूब नाम कमाया है। साल 2005 में वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले रैना मिडिल ऑर्डर में तेज-तर्रार बल्लेबाजी, कामचलाऊ स्पिन गेंदबाजी और अपनी जबर्दस्त फील्डिंग के चलते काफी चर्चा में रहे हैं। रैना ने भारत के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। इस बीच उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 7000 से ज्यादा रन बनाए हैं।
सुरेश रैना ने टेस्ट क्रिकेट में 768 रन बनाए। इसमें एक शतक और 7 अर्धशतक शामिल रहे। वनडे इंटरनैशनल में रैना के नाम 5615 रन दर्ज हैं, जिसमें 5 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। रैना का वनडे में बेस्ट स्कोर नाबाद 116 रन रहा। 78 टी-20 में रैना ने कुल 1605 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। अब भारतीय क्रिकेट टीम के लिए धोनी खेलते हुए नहीं दिखाई देंगे। हालांकि एमएस धोनी आईपीएल खेलते रहेंगे। ऐसे में उनके प्रशंसक आईपीएल में धोनी को खेलते हुए देख सकते हैं।

पढ़िए धोनी की 10 दिलचस्प बातें

-महेंद्र सिंह धोनी दुनिया में एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने वन-डे में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जमाए और वह भी पाकिस्तान के खिलाफ दिसंबर 2012 में।

-महेंद्र सिंह धोनी ने वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ जिस बल्ले से विजयी शॉट खेला था और वह बल्ला 72 लाख रुपए में बिका था।

-बिहार से अलग होकर नए राज्य के रूप में भारतीय नक्शे पर आने वाले झारखंड की ओर से महेंद्र सिंह धोनी पहले क्रिकेटर बने जिन्हें टीम इंडिया में जगह मिली।

  • महेंद्र सिंह धोनी – फोटो : ट्विटर
    महेंद्र सिंह धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ वन-डे और टेस्ट करियर में अपना पहला शतक जमाया। 2005-2006 में जमाए इन दोनों प्रारूपों में धोनी ने 148-148 रन बनाए।
  • धोनी ने जनवरी, 2006 में पाकिस्तान के फैसलाबाद में अपना पहला टेस्ट शतक जमाया था। यह किसी भी भारतीय विकेटकीपर की खेली गई टेस्ट में सबसे तेज शतकीय पारी भी रही।
  • एमएस धोनी
    धोनी की ही कप्तानी में टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड बनाया। 2009 में श्रीलंका के भारत दौरे के दौरान टीम इंडिया ने 9 विकेट पर 726 रन (पारी घोषित) बनाए थे।
  • एमएस धोनी
    धोनी की कप्तानी में भारत ने टेस्ट क्रिकेट में 21 अक्टूबर, 2008 को ऑस्ट्रेलिया को 320 रनों के विशाल अंतर से हराया था। यह टेस्ट में रनों के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी जीत भी है।
  • महेंद्र सिंह धोनी के नाम टेस्ट क्रिकेट में बतौर विकेटकीपर-कप्तान सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। वो टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल विकेटकीपर हैं।
  • टीम इंडिया को दो वर्ल्ड कप और एक चैंपियंस ट्रॉफी दिलवाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के नाम विदेशी धरती पर सबसे असफल भारतीय कप्तान का बदनुमा दाग भी है। विदेशी धरती पर धोनी की कप्तानी में भारत 11 मैच हारा है।

जून, 2007 में महेंद्र सिंह धोनी ने एशिया एकादश की ओर से खेलते हुए अफ्रीका एकादश के खिलाफ श्रीलंका के महेला जयवर्धने के साथ छठे विकेट के लिए 218 रनों की साझेदारी की जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। दोनों ने इस साझेदारी में शतक भी ठोके।