16 अप्रैल, 2019 बिलासपुर। छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता संघ के साथ चिटफंड कंपनी के प्रभावितों ने मंगलवार को पूर्व की रमन सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है। बिलासपुर में चिटफंड कंपनी के प्रभावितों ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और रामसेवक पैकरा पर FIR करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए। इसके साथ ही चकरभाटा थाने का घेराव किया।
- प्रदेश महासचिव नंद कुमार निषाद ने बताया कि रोजगार मेले में जो भी नेता मंत्री आए थे। उनके खिलाफ FIR कराया जा रहा है।
- कुल 32 लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत की है है।
- जिसमें पूर्व सीएम रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा तात्कालिक कलेक्टर समेत 32 लोगों के खिलाफ शिकायत की है।
- संघ के पदाधिकारियों और चिटफण्ड कंपनी के प्रभावितों ने आरोप लगते हुए कहा कि पूर्व भाजपा शासित सरकार के संरक्षण में खुली इन चिटफण्ड कंपनियों के उदघाटन कार्यक्रम में शामिल होने वाले नेताओं और मंत्रियों पर FIR करवाने आज इकठ्ठा हुए है।
- पदाधिकरोयों ने बताया कि संघ और 25000 प्रभावित परिवारों द्वारा बिलासपुर हाई कोर्ट में पहले भी हलफनामा दायर किया गया है।
- जिसमे चिटफण्ड कंपनियों के डायरेक्टर्स के अलावा शासन-प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी को पक्षकार बनाया गया है जिन्होंने इन चिटफण्ड कंपनियों को जांच में क्लीनचिट दे दिया था।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा चुनाव के दौरान चिटफंड कंपनियों के निवेशकों का पैसा दिलाने का वादा किया था। इसके बाद ही प्रदेश के हजारों युवाओं को राहत देते हुए चिटफंड कंपनी के एजेंटों पर दर्ज FIR को वापस लेने का भी बड़ा फैसला लिया था। इसी संदर्भ में आज बिलासपुर हाईकोर्ट परिसर में छत्तीसगढ़ अभिकर्ता उपभोक्ता संघ के पदाधिकारी की बैठक की गई वही चिटफंड कंपनी के प्रभावितों के साथ सम्मेलन भी आयोजित किया गया जिसमें पूर्व सरकार के मुख्यमंत्री रमन सिंह तात्कालिक पार्टी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के खिलाफ अब मोर्चा खोला है।