26 जून 2019 रायपुर/बीजापुर। बीजापुर में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार और अपमानित किए जाने को लेकर सरकार ने टीम गठित कर दी है। इस टीम में जगदलपुर अपर कलेक्टर जगदीश सोनकर समेत जगदलपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष और दो पत्रकारों को शामिल किया है। साथ ही इस मामले की जांच कर 1 सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। गौरतलब बीजापुर जिला पंचायत के सीईओ राहुल वेंकट पर कई पत्रकारों से बदसलूकी का आरोप लगा है। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय में की गई थी उसके बाद ही टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं।
बताया बताया जा रहा है कि स्थानीय पत्रकारों ने ओडीएफ के नाम पर लाखों रुपए के भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया था। इसी मामले में पत्रकारों का एक दल प्रशासन का पक्ष लेने के लिए जिला पंचायत सीईओ के पास गया था।
आरोप है कि सीईओ ने पिछले सोमवार को अपने दफ्तर में करीब 200 अधिकारी और कर्मचारियों की मौजूदगी में पत्रकारों के कैमरे और मोबाइल फोन भी छीन लिए। इसके साथ ही पत्रकारों को पीटने की धमकी भी दी गई। हालांकि बाद में कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा। इसके बाद पत्रकारों के मोबाइल फोन और कैमरे लौटाए गए।
वहीं, सीईओ का कहना है कि एक चैनल में चलाई गई खबर के बारे में संबंधित पत्रकार से जानकारी मांगी गई थी। गलत खबर चलाने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। एक सप्ताह से इस मामले से संबंधित पत्रकार को बुलाया जा रहा था। सोमवार को कई पत्रकारों ने आते ही चैंबर में बिना पूछे कैमरे से रिकॉर्डिंग शुरू कर दी थी। इसके बाद पत्रकारों का कैमरा और मोबाइल कलेक्टर के पास जमा करवा दिए गए थे, जो बाद में लौटा दिए गए।