10 साल पहले नक्सलियों से लोहा लेते जिस एसपी विनोद चौबे की हुई थी शहादत.. अब भूपेश सरकार कराएगी जांच..

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8 जुलाई 2019 बिलासपुर। 10 साल पहले नक्सली हमले में शहीद हुए राजनांदगांव जिले के एसपी विनोद कुमार चौबे (आईपीएस) की शहादत मामले की सरकार न्यायिक जांच कराएगी। शनिवार को सिविल लाइन थाने के सामने आइपीएस चौबे की प्रतिमा अनावरण के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी घोषणा की।

कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने ज्ञापन सौंपकर न्यायिक जांच की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे 29 जवान और अधिकारी शहीद हो गए और हम जांच भी नहीं करा पाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब चौबे के शहीद होने की खबर आई तो वे घटना स्थल पर दो बार गए।

जानकारी मिली कि हमले की सूचना के बाद भी कोई बैकअप पार्टी नहीं पहुंची थी।

जबकि घटना स्थल तीन प्रमुख सेंटरों के बीच में था। घटना 12 जुलाई 2009 को मदनवाड़ा की है। उस वक्त विनोद कुमार चौबे राजनांदगांव एसपी और मुकेश गुप्ता आईजी थे।
नक्सलियों के दो जवानों को गोली मारने की सूचना पर एसपी चौबे जवानों के साथ निकल पड़े।

मदनवाड़ा के पास नक्सलियों ने पहले बारुदी सुरंग विस्फोट किया फिर उन पर गोलियों की बौछार कर दी थी।
इस घटना में अफसरों की भूमिका को लेकर सवाल उठते रहे हैं।