प्यासा गांव: कोरोना के बीच दंतेवाड़ा के इस गांव के लोग गन्दा पानी पीने को मजबूर….मीलों दूर जा कर भरते है पानी…इंसानों के साथ-साथ जानवर भी चुआ के भरोसे…

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दंतेवाड़ा 13 जून 2020 एक तरफ देश कोरोना महामारी से जूझ ही रहा है, वही छत्तीसगढ़ में भी लगातार आंकड़े बढ़ते जा रहे है, वहीं दन्तेवाड़ा का एक पखनाचुआं गांव ऐसा है जहां के
ग्रामीण मजबूरी में चुआ का गन्दा पानी पी कर अपनी प्यास बुझा रहे है और नई बीमारी को आमंत्रित कर रहे है। इसी चुआ के पानी से इंसानों के साथ साथ जानवर भी अपनी प्यास बुझाते है। पूरा गांव इसी चुआ पर निर्भर है।

दन्तेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर बड़ेगुडरा ग्राम पंचायत से अलग हो कर हाल ही में पखनाचुआ एक नई ग्राम पंचायत बनी है। नई पंचायत बनने के बाद भी धुर नक्सलगढ़ गांव पखनाचुआ के ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। 4 पारा वाली इस पँचायत के अधिकांश ग्रामीण दो चुआ पर निर्भर हैं। पेयजल के लिए आधा से ज़्यादा गांव यहीं जुटता है। ग्रामीण बताते हैं कि शुरू से यह गांव पानी के लिए चुआ पर आश्रित है, इसलिए इस गांव का नाम ही पखनाचुआ पड़ा है। इस गाँव की आबादी करीब 800 के पार है। ग्रामीणों ने बताया नई पंचायत बनने के बाद अब मांग है कि पेयजल समस्या से निजात दिलाई जाए। ग्रामीणों का कहना है कि जब चुनाव था उस समय जनप्रतिनिधि आते थे,पखनाचुआं गाँव की पानी की समस्या का समाधान करने के नाम पर वोट भी मांगे मगर अब चुनाव खत्म हुआ सरकार भी बनी लेकिन दोबारा जनप्रतिनिधियों ने गांव की तरफ मुड़ कर नहीं देखा। इसके अलावा न ही आज तक प्रशासन का कोई नुमाइंदा इन ग्रामीणों की पेयजल समस्या का समाधान करने पहुंचा। बड़ी बात ये है कि इस चुआ के पानी से ग्रामीण तो अपनी प्यास बुझा ही रहे है। मगर गाँव के मवेशी, कुत्ते भी इसी चुआ का पानी पीते है। गर्मी के दिनों में चुआ का पानी सूखते जाता है। वहीं चुआ में पानी संचय होने का ग्रामीणों को घण्टो इंतजार करना पड़ता है। चुआ के चारों ओर कीचड़ पसरा हुआ है, वही गन्दा पानी भी चुआ के पानी में मिल जाता है। इसी गंदे पानी से ग्रामीण अपनी प्यास बुझाने मजबूर है। कहीं न कहीं ग्रामीण इस पानी का उयोग कर किसी बड़ी गम्भीर बीमारी को आमंत्रित कर रहे है

कलेक्टर दीपक सोनी ने को जानकारी मिलते ही तुरंत पीएचई के अफसरों को कॉल कर इस बारे में जानकारी मांगी। इसके अलावा कलेक्टर ने खुद गांव के सरपंच से फोन कर समस्या के बारे में पूछा। साथ ही उस गांव के ग्रामीणों की पानी की समस्या को दूर करने बोर गाड़ी भी भेज दी। कलेक्टर ने कहा जल्द ग्रामीणों की समस्या का समाधान हो जाएगा।